भोपाल ।  भाजपा ने अपने मिशन 2023 के लिए दो सौ दिन में दो सौ सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में 109 सीट ही जीत पाई थी और सत्ता से बाहर हो गई थी। इसकी वजह अनुसूचित जाति और जनजाति की सीटों पर भाजपा को मिली पराजय थी। अब पार्टी चाह रही है कि मार्च से सितंबर तक कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए सभी बड़े नेताओं के दौरे कराए जाएं। कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें की जाएं, उनकी समस्या सुनी जाए ताकि वे पार्टी के लक्ष्य को पाने में मदद करें। भाजपा का दावा, विधानसभा चुनाव में दो सौ से ज्यादा सीटें जीतेंगे वैसे वर्ष 2018 में भाजपा ने नारा दिया था, अब की बार दो सौ पार, इस बार फिर भाजपा का दावा है कि वह दौ सौ से ज्यादा सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं। पिछले चुनाव में पार्टी 109 सीट तक ही पहुंच पाई थी। इधर भाजपा ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गुजरात जैसी आंधी चलेगी। 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में जीत का इतिहास बनेगा और हम 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेंगे। पार्टी ने कहा कि हमारा नेतृत्व, हमारी केंद्र और राज्य सरकारों की गरीब कल्याण की योजनाएं और हमारा संगठन तंत्र हमारी ताकत है। इन्हीं के बल पर मप्र में फिर सरकार बनाएंगे। पार्टी मध्य प्रदेश के बूथों के डिजिटाइजेशन के अभियान में देश में शीर्ष पर रहा है, अब बूथों को और भी अधिक सशक्त बनाने के लिए बूथ विस्तारक योजना-दो लागू की जा रही है। इसके तहत पन्ना कमेटी का डिजिटाइजेशन किया जाना है। 51 प्रतिशत वोट हासिल करने के लक्ष्य के साथ प्रत्येक बूथ, बूथ समिति, पन्ना प्रमुख और पन्ना समिति को और सुदृढ़ बनाया जाएगा।

इनका कहना है

भाजपा सरकार ने जो काम किया है, उनके आधार पर ही पार्टी जनता के बीच जाएगी। माेदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं ने आम आदमी के जीवन में जो बदलाव लाए हैं, वह काम कांग्रेस 70 साल में नहीं कर पाई। यही वजह है कि मध्य प्रदेश में भी भाजपा को इस बार अभूतपूर्व विजय मिलेगी। हम दो सौ से ज्यादा सीटें जीतेंगे और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा।

रजनीश अग्रवाल, प्रदेश मंत्री भाजपा