नई दिल्ली । नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने विपक्षी गठबंधन में शामिल 26 दलों द्वारा पत्रकारों के बहिष्कार की निंदनीय घोषणा पर कड़ी आपत्ति जताई है। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स से संबद्ध एनयूजेआई के अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा है कि विपक्षी दलों द्वारा उठाया गया यह कदम भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में मीडिया के ऊपर दमन का सबसे काला अध्याय है। एनयूजेआई अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों ने मीडिया का भी राजनीतिकरण कर दिया है। ये सर्वथा अनुचित और अस्वीकार्य है। ये इन दलों में लोकतांत्रिक मूल्यों की भारी कमी को भी दर्शाता है। जल्द ही एनयूजेआई अन्य पत्रकारों संगठनों के साथ एक बड़ी बैठक करके इस तरह से पत्रकारों के बहिष्कार के खिलाफ रणनीति बनाकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। एनयूजेआई का मानना है कि विपक्षी गठबंधन में शामिल 26 दलों ने पत्रकारों का बहिष्कार कर भारत के महान लोकतंत्र को शर्मसार किया है। साथ ही, इन दलों ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को भी कमजोर करने की साजिश रची है। ऐसा प्रतीत होता है कि ये टीवी डिबेट्स में सार्थक बहस से भाग रहे हैं। साथ ही ऐसा लगता है कि विपक्षी दल मीडिया को अपने हिसाब से हांकना चाहते हैं।