लंदन । भारत में पैसा देकर नाबालिगों से छोटे बच्चों का यौन शोषण करवाने का जुर्म कबूल कर चुके लंदन के एक प्राथमिक विद्यालय के पूर्व उप प्रधानाचार्य को बुधवार को 12 साल की कैद की सजा सुनायी गयी। दक्षिण लंदन के ईस्ट डलविच के मैथ्यू स्मिथ (35) को पिछले साल नवंबर में ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी (एनसीए) ने गिरफ्तार किया था क्योंकि जांचकर्ताओं के सामने खुलासा हुआ कि वह डार्क वेब पर अश्लील सामग्री साझा करता है। उसे अब लंदन के साउथवार्क क्राउन कोर्ट ने सजा सुनाई है।
डार्क वेब ढेर सारी आईपी एड्रेस से कनेक्ट और डिस्कनेक्ट होता है, जिससे इसको ट्रैक कर पाना असंभव हो जाता है। यहां उपयोगकर्ता की जानकारी कूट रूप में होती है, जिसे डिकोड करना बेहद मुश्किल होता है। एनसीए के अनुसार स्मिथ को जब गिरफ्तार किया गया तब वह ऑनलाइन था और भारत में रह रहे एक नाबालिग से पैसे के बदले एक छोटे बच्चे की यौन तस्वीरें भेजने को कह रहा था। उसके कंप्यूटर पर डार्क वेबसाइट एवं फोरम भी खुला था जो बाल यौन उत्पीडऩ पर केंद्रित था। एनसीए की वरिष्ठ अधिकारी हेलेन डोरे ने कहा,  वह बड़ा अपराधी है एवं चीजों के साथ छेड़छाड़ करने में माहिर है। उसने अपनी तरफ से किशोरों को छोटे बच्चों का यौन शोषण करने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने कहा,  वह बच्चों तक पहुंचने के लिए मौके की ताक में रहता था लेकिन वह उनके सामने अपनी यौन अभिरूचि को छिपाने में माहिर था। वह अध्यापक एवं एक परामर्शदाता के रूप में काम करते हुए अपना गुनाह करता था तथा उसपर जो विश्वास व्यक्त करता था, उसके साथ वह विश्वासघात करता था। उन्होंने कहा,  यह स्पष्ट है कि स्मिथ के मन में अपने शिकार यानी जिसे वह नुकसान पहुंचाता था, उसके प्रति रत्तीभर दया/करूणा नहीं थी। असल में वह बच्चों के लिए बहुत बड़ा खतरा है लेकिन इस जांच से सुनिश्चित हुआ है कि वह लंबा समय सलाखों के पीछे गुजारेगा।