भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में किशोरी से गैंगरेप व शव कोयले की भट्ठी में जलाने के मामले को लेकर आक्रोशित दो युवक थाने के सामने स्थित एक टॉवर पर चढ़ गए, जबकि थाने के पास ही भाजपा समेत विभिन्न संगठनों की ओर से धरना दिया जा रहा है। कोटड़ी कस्बे के बाजार पूरी तरह से बंद है। एक चाय की दुकान तक नहीं खुली है। कोटड़ी थाने के बाहर गुर्जर समाज के साथ ही सर्व समाज के लोगों का पड़ाव शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। लोगों के विरोध को देखते हुए कोटड़ी में पिछले तीन दिनों से पुलिस का भारी जाप्ता तैनात कर रखा है और शाहपुरा एएसपी किशोरीलाल के नेतृत्व में करीब 6 से ज्यादा थाना प्रभारी के साथ उनका जाप्ता हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।

सैकड़ों जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौके पर धरने पर बैठे 

अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल सवाईभोज के महंत सुरेश दास व देवनारायण जन्मस्थली मालासेरी के पुजारी हेमराज पोसवाल के सानिध्य में भाजपा प्रदेश स्तरीय कमेटी सदस्य अतर सिंह भडाणा, जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा, मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, भीलवाड़ा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी, उप जिला प्रमुख शंकर लाल गुर्जर, पूर्व जिला प्रमुख शक्ति सिंह हाडा, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष लादू लाल तेली, राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष कालू लाल गुर्जर, प्रधान करण सिंह बेलवा, धनराज गुर्जर सहित सैकड़ों जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौके पर धरने पर बैठे हैं। उधर, इस मामले की जांच के लिए दिल्ली से महिला आयोग की जांच टीम धरना स्थल पर पहुंची है। महिला आयोग की सदस्य ममता देवी ने किशोरी हत्याकांड की जांच कर रिपोर्ट केन्द्र सरकार को सौंपने का धरना स्थल पर आश्वासन दिया।

धरना स्थल पर लगाया झंडा

कोटड़ी थाने के सामने दिए जा रहे धरना स्थल पर गुर्जर समाज के महंत सुरेश दास महाराज ने देवनारायण भगवान का झंडा लगा दिया है। भाजपा नेता और पूर्व चेयरमैन धनराज गुर्जर ने बताया कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता यह धरना समाप्त होने वाला नहीं है। पुलिस थाने के ठीक बाहर बड़ी संख्या में देर रात को भी गुर्जर समाज के लोग जमा रहे बड़ी बात यह है कि सवाई भोज के महंत सुरेश दास महाराज और मालासेरी के महंत हेमराज पोसवाल ने भी वहा अपना आसन जमा लिया। सुरेश दास महाराज ने तो देवनारायण भगवान का झंडा थाने के बाहर स्थापित कर दिया है अब लड़ाई आर पार की होती नजर आ रही है। गुर्जर समाज के लोग सर्व समाज के साथ मिलकर अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।