प्रयागराज। सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ आज प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान सीएम की सुरक्षा त्रिस्तरीय रहेगी। सीसीटीवी कैमरों से संदिग्ध लोगों की निगरानी की जाएगी। पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसी के अधिकारी भी अपने-अपने स्तर पर इनपुट जुटा रहे हैं। लूकरगंज में कार्यक्रम स्थल के पास रूफटाफ सशस्त्र जवानों की तैनाती की गई है। सादे कपड़ों में भी पुलिस के जवान मुस्तैद रहेंगे।

गुरुवार को पुलिस लाइन सभागार में एडीजी जोन भानु भास्कर, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, आइजी रेंज चंद्र प्रकाश ने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ब्रीफ किया। इससे पहले फ्लीट का रिहर्सल किया गया। सुरक्षा के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था के लिए यातायात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

आगमन के दौरान रास्ते से लेकर कार्यक्रम स्थल पर मजबूत सुरक्षा घेरा बनाया गया है। सुरक्षा में एक कंपनी आरएएफ, पांच कंपनी पीएसी, 18 एसीपी और एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ब्रीफिंंग के दौरान अधिकारियों ने ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। डीपीसी सिटी दीपक भूकर का कहना है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

माफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों को बसाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ा संदेश देने जा रहे हैं। एक तो वह माफियाराज के खात्मे का तो दूसरे भयमुक्त प्रदेश का संदेश देंगे। यही नहीं गरीबों को उनके घर का सपना पूरा कर सबका साथ-सबका विकास को भी मूर्त देने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के दृष्टिगत विकास और सुशासन का एजेंडे पर कदम बढ़ाने का संकल्प भी दोहराएंगे।

लूकरगंज में लगभग 1731 वर्ग मीटर जमीन माफिया अतीक अहमद के कब्जे में थी। शिकायत होने पर जांच हुई तो सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया। जमीन को माफिया के कब्जे से मुक्त कराया। इसके बाद निर्णय लिया गया कि इस जमीन पर गरीबों का घर बनेगा। वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री खुद गरीबों के घर की आधारशिला रखने आए। तेजी से निर्माण कार्य शुरू कराया गया और अब इस जमीन पर चार-चार मंजिल के दो ब्लाक बनकर तैयार हैं जिसमें 76 फ्लैट बनाए गए हैं। इसके लिए लाटरी निकाली जा चुकी है।

शुक्रवार दोपहर इन लाभार्थियों को मुख्यमंत्री अपने हाथ से चाबी सौंपेंगे। इस हाउसिंग स्कीम के निर्माण में 5.68 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। दो कमरे के फ्लैट की लागत 7.5 लाख आई है। लाभार्थियों को मात्र 3.5 लाख रुपये आसान किस्तों में देने हैं। शेष धनराशि भारत सरकार व पीडीए डेढ़-डेढ़ लाख तो प्रदेश सरकार ने एक लाख रुपये का अनुदान दिया है।