श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग  जिले में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और डीएसपी  हुमायूं शहीद हो गए हैं। सेना ने इसकी पुष्टि की है। कोकेरनाग इलाके के घने जंगलों में आतंकवादियों की भारी गोलीबारी के बीच शहीद डीएसपी का शव बरामद कर लिया गया है। 
सेना के 15 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह समेत कई अधिकारी ऑपरेशन की निगरानी और शहीदों के पार्थिव शरीर को लाने और घायल जवानों के रेस्क्यू के लिए मुठभेड़ की जगह पर पहुंचे हैं।
सुरक्षाबलों को इलाके में 3-4 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद वहां सर्च ऑपरेशन चलाया गया। छापेमारी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई थी।
सूत्रों का कहना है कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना मिलने के बाद सेना और पुलिस ने मंगलवार देर रात एक ज्वॉइंट सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। कमांडिंग ऑफिसर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी के नेतृत्व में सैनिकों पर गोलीबारी हुई। सूत्रों ने बताया कि इलाके में तुरंत सुरक्षा बल भेजा गया, लेकिन आतंकवादियों की भारी गोलीबारी के कारण घायलों को तुरंत नहीं निकाला जा सका। 
इस ऑपरेशन में सेना का एक श्वान भी मारा गया है। सेना के अधिकारी ने बताया कि एनकाउंटर में शहीद हुए श्वान का नाम केंट था। उसने मुठभेड़ के दौरान अपने हैंडलर को बचाया और खुद शहीद हो गया। केंट आतंकियों की तलाश करने के लिए जवानों की एक यूनिट का नेतृत्व कर रहा था। इस दौरान उसे गोली लग गई थी।
पिछले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ सुरक्षा बलों की ये दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले राजौरी जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान कार्रवाई में सेना के एक जवान शहीद हो गए। जबकि 3 जवान जख्मी हुए थे। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया। राजौरी में अभी ऑपरेशन चल रहा है।