प्रियंका व कमल नाथ पर एफआइआर के बाद और आक्रामक हुई कांग्रेस
भोपाल । 50 प्रतिशत कमीशन संबंधी ठेकेदार एसोसिएशन का कथित पत्र प्रसारित करने के मामले में मध्य प्रदेश के विभिन्न थानों में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ समेत कई वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एफआइआर पंजीकृत कराए जाने के बाद कांग्रेस और भी आक्रामक हो गई है। भाजपा सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस भ्रष्टाचार के मुद्दे को और प्रभावी तरीके से उठाने की बात कह रही है। इसके लिए केंद्र सरकार की विभिन्न रिपोर्टों को भी आधार बनाया जाएगा। आयुष्मान भारत योजना की गड़बड़ी, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकडों को लेकर तैयारी की जा रही है। कुछ मामलों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ आगे आएंगे तो कुछ को केंद्रीय नेता उठाएंगे। प्रदेश सरकार के मंत्रियों के विरुद्ध विभागवार आरोपपत्र जारी करने की बात पार्टी पहले ही कह चुकी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि पार्टी ने तय किया है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे को प्रमुखता के साथ हर मंच से उठाया जाएगा। प्रदेश में हो रही गड़बड़ियों के प्रमाण केंद्र सरकार की रिपोर्ट ही हैं। आयुष्मान भारत योजना को लेकर हाल ही में आई रिपोर्ट में बताया गया कि प्रदेश में किस तरह से भ्रष्टाचार हुआ है और यह सरकार की शह के बिना संभव नहीं है।
प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों से अपराध किसी से छुपे नहीं हैं। आदिवासियों की भूमि को बेचे जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। पूरक पोषण आहार और किसानों को बंटने वाले मुआवजे में गड़बड़ी नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक पकड़ चुके हैं। सड़क, पुल-पुलिया निर्माण को लेकर भी गंभीर आपत्ति कैग ने ही उठाई है। अलग-अलग मंचों से इन्हें उठाने के बाद भी सरकार चुप्पी साधकर बैठी है जो यह प्रमाणित करता है कि गड़बड़ियां हो रही हैं। पटवारी से लेकर आइएएस-आइपीएस अधिकारी तक जांच के घेरे में हैं। इन सब मुद्दों को जनता के सामने लाया जाएगा। मंत्रियों के विरुद्ध विभागवार आरोप पत्र भी जारी होगा। इसकी तैयारी भी कर ली गई है। इसमें पार्टी प्रमाण सहित अपनी बात रखकर सरकार से उत्तर मांगेगी।
चुनाव के मुद्दे में भी घोटाला कर रहे कांग्रेसी
भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि यह तो चोरी और सीनाजोरी वाली बात है। कांग्रेस नेता घपले-घोटाले करने की आदी रहे हैं, इसलिए चुनाव के मुद्दे में भी घोटाला कर रहे हैं। यदि आरोप सत्य हैं तो व्यक्ति, संस्था कौन है, उसे सामने लाएं। कांग्रेस की साख बची नहीं इसलिए झूठ प्रपंच का सहारा लेकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। एफआइआर हो चुकी है तो कानून का सामना करें। सच्चाई इनका पीछा नहीं छोड़ेगी। मध्य प्रदेश की जनता और कानून इनको जवाब देगा।