जयपुर । राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार व भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक होने के मुद्दे को लेकर अपनी ही सरकार के विरुद्ध गुरुवार से पांच दिवसीय "जनसंघर्ष यात्रा" पर हैं और आज उनकी यात्रा का दूसरा दिन है। सचिन पायलट ने पेपर लीक मामले में आयोग के एक सदस्य की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूरे ढांचे में बदलाव करने की मांग की है।

पायलट अजमेर जिले के किशनगढ़ में टोल प्लाजा के पास अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने आरपीएससी में बदलाव करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आरपीएससी के पूरे ढांचे को बदलने की जरुरत है।सचिन पायलट ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा संघर्ष लोगों के लिए है और मैंने कहा कि मैं अजमेर में आरपीएससी कार्यालय से जयपुर तक चलूंगा और जनता के बीच रहूंगा और उनका आशीर्वाद लूंगा।

पायलट ने गुरुवार को राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को चुनौती देते हुए अजमेर से जयपुर तक 125 किलोमीटर का पैदल मार्च शुरू किया है। किशनगढ़ में बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनका स्वागत किया और उन पर फूल बरसाए। सचिन पायलट की पांच दिवसीय यात्रा पार्टी के नेतृत्व पर और दबाव डालती है। हालांकि राजस्थान कांग्रेस को यह उम्मीद है कि वह साल के अंत में होने वाले चुनावों में भी जीत हासिल कर सकती है। ऐसे में सचिन पायलट की यात्रा उनके नेतृत्व के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।