बेंगलुरु । कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार को विधानसभा चुनाव के लिए कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी खारिज होने का डर सता रहा है। राज्य चुनाव आयोग शुक्रवार को नामांकन पत्रों का सत्यापन करने जा रहा है। नामांकन पत्र में किसी भी तरह की विसंगतियों के कारण उनकी उम्मीदवारी रद्द हो सकती हैं। इसी डर से, शिवकुमार ने अपने भाई डी.के. सुरेश को उम्मीदवार बनाया है। 
सूत्रों के मुताबिक, आयकर (आई-टी) अधिकारियों ने चार दिन पहले शिवकुमार को पूछताछ के लिए बुलाया था। कनकपुरा सीट से शिवकुमार के नामांकन दाखिल करने के बाद आयकर अधिकारियों ने विवरण एकत्र किया था। सूत्रों ने बताया कि आईटी अधिकारी पिछले पांच सालों से शिवकुमार की संपत्ति के विवरण और कर भुगतान पर फोकस कर रहे हैं। आईटी अधिकारियों ने इस संबंध में विसंगतियां मिली हैं। सूत्र बताते हैं कि आईटी विभाग को सौंपे गए विवरण और नामांकन पत्रों में विवरण अलग-अलग पाए गए हैं।
चुनाव अधिकारी कांग्रेस नेता शिवकुमार द्वारा प्रस्तुत संपत्ति के विवरण का सत्यापन करने और उनके द्वारा प्रस्तुत किसी भी गलत जानकारी के मामले में वे उनके नामांकन पत्र को अस्वीकार कर सकते हैं। किसी भी विसंगति के मामले में, शिवकुमार खुद को कानूनी पचड़े में भी पा सकते हैं। इन परिस्थितियों में शिवकुमार ने अपने भाई सुरेश को मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस की ओर से शिवकुमार मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।