कृष्णा पूनिया को कौन नहीं जानता? महान एथलीट और डिस्कस थ्रोअर हैं। ओलिम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। अर्जुन अवार्ड और पद्मश्री जैसे पुरस्कार जीते हैं। इतना ही नहीं इस समय राजस्थान क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष हैं और सादुलपुर से कांग्रेस की विधायक हैं। खेलकूद में नाम कमाने के बाद विधायक बनकर जनसेवा के जरिये नई पहचान गढ़ रही हैं। हमारे 'बताइये विधायक जी' कॉलम के तहत उनसे बातचीत की। बतौर विधायक उनके किए कामों को जाना। भविष्य में क्या करना चाहती हैं, यह भी जाना। 

उनसे बातचीत के मुख्य अंशः 

आप पर बहुत सी जिम्मेदारियां हैं, ऐसे में आपके विधानसभा क्षेत्र के क्या हाल हैं? 

कृष्णा पूनियाः देखिए, जब मैं 2018 में चुनाव लड़ने के लिए जनता के बीच गई थी तो मैंने जनता से कुछ वादा किया था कि मुझे कॉलेज लाना है। चिकित्सा का बेहतर काम करना है। उस समय जिस प्रकार मेरी जुबान पर सरस्वती का वास हुआ कि सारी बातें आज पूरी हो रही हैं और काम चल रहा है।  

अगले कुछ महीनों में फिर चुनाव होने हैं, क्या लगता है कि पार्टी एक बार फिर आपको मौका देगी और क्यों?

कृष्णा पूनियाः सही बात है। चुनाव बिल्कुल सिर पर आ चुके हैं। काउंटडाउन शुरू हो चुका है। हम अपने काम को लेकर जनता के बीच जाएंगे। आगे और क्या करना है, वह हमारी टीम तय करती है। विधानसभा की क्या जरूरत है, और क्या किया जाना चाहिए, यह हम मिल-बैठकर तय करते हैं। टिकिट की बात करें तो पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, वह मैं बखूबी निभाने की कोशिश करूंगी। पार्टी विश्वास करें और आशीर्वाद देगी, यही उम्मीद है। जनता से जरूर कहना चाहती हूं कि हमने जो भी वादे किए थे, उनके ही अनुरूप काम किए हैं। आप मुझे जरूर आशीर्वाद दें। 

छह महीने में चुनाव होना है तो जनता आप को क्यों चुने? 

कृष्णा पूनियाः सादुलपुर के विषय में आपको बताना चाहती हूं कि जनता कहती है कि यह फर्स्ट टाइम है कि विकास के इतने काम हुए हैं।  आज विधानसभा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बन रहा है। हमारे सीएचसी में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ नहीं था, आज चिरंजीवी योजना के चलते सीएचसी का विकास हो रहा है। अभी सीएचसी को उप-जिला अस्पताल घोषित किया गया है। ट्रॉमा सेंटर की मांग काफी लंबे समय से थी, जो अब बन रहा है। मेरा वादा था कि गर्ल्स कॉलेज खुलवाना है, आज हम तीन कॉलेज लाए हैं। स्कूल को अंग्रेजी माध्यम में बदलने और बहुत से काम ऐसे हैं जो हमने किए हैं। हम एक पॉजिटिव सोच के साथ जो आगे बढ़े हैं। इसके चलते जनता को मुझे आशीर्वाद देना चाहिए। मैं आशा रखती हूं कि जनता का आशीर्वाद मुझे मिलेगा।  

आप ने बहुत से काम बताए, लेकिन क्या कुछ ऐसे काम हैं जो अब भी पेंडिंग हैं?

कृष्णा पूनिया: 2013 में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सादुलपुर में एकमात्र कॉलेज दिया था। यहां चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ नहीं था। प्रदेश के सबसे ज्यादा खिलाड़ी जहां से आते हैं, वहां खेलों के लिए कुछ भी नहीं था। हमने तीन कॉलेज दिए हैं। अब चार कॉलेज हैं। शिक्षा हमारी आधारभूत आवश्यकता है। इसके लिए हमारी विधानसभा ने लंबा इंतजार किया है। चिकित्सा के क्षेत्र में भी हमने काफी हद तक विकास किया है। इस कारण आज विधानसभा में चिकित्सा क्षेत्र में काफी सुविधाएं उपलब्ध हुई हैं। डॉक्टरों और नर्सिंग की सभी पोस्ट पूरी तरह भरी हुई हैं। सुचारू काम हो रहा है। इससे विधानसभा के लोगों को बहुत मदद मिल रही है।