नई दिल्ली । पीके और कांग्रेस नेतृत्व के बीच पार्टी के पुनरुद्धार के रोडमैप पर बातचीत के बाद का यह घटनाक्रम है। प्रशांत किशोर ने इस पर कहा कि यह पुरानी/फेक प्रेजेंटेशन है, जिसका हालिया बातचीत से कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। पार्टी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमने ऐसी कोई प्रस्तुति नहीं देखी है। एक अन्य नेता ने कहा कि यह या तो पुराना हो सकता है या नकली होगा। सीनियर कांग्रेस नेता ने बताया कि यह वही प्रेजेंटेशन है जिसे किशोर ने पिछले साल कांग्रेस नेतृत्व के सामने रखा था। फिलहाल इसमें कई तरह के जोड़ और कुछ हटाए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि इसमें गैर-गांधी पार्टी अध्यक्ष जैसी कोई बात शामिल नहीं है। हालांकि, कई कांग्रेस नेताओं ने कहा कि किशोर ने निजी बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में एक गैर-गांधी के चुनाव की बात कही है। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी के नेता के रूप में काम करने का सुझाव दिया है। मालूम हो कि जनता के लिए एक नई कांग्रेस का निर्माण, पार्टी के मूल्यों और मूल सिद्धांतों की रक्षा करना, चाटुकारिता की भावना को नष्ट करना, गठबंधन की पहेली को सुलझाना, भाई-भतीजावाद का मुकाबला करने के लिए 'एक परिवार, एक टिकट' फॉर्मूला, सभी स्तरों पर चुनाव के माध्यम से संगठनात्मक निकायों का पुनर्गठन और कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस कार्यसमिति सहित सभी पदों के लिए निश्चित कार्यकाल... जैसे सुझाव वायरल प्रेजेंटेशन में दिए गए हैं।