भोपाल ।  महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के साथ अत्याचार, महिला उत्पीड़न, बदहाल कानून व्यवस्था जैसे जनता के मुद्दों को लेकर कांग्रेस 19 सितंबर गणेश चतुर्थी से जन आक्रोश यात्रा निकालेगी। प्रदेश के सात स्थानों से 11400 किलोमीटर की यात्रा एक साथ प्रारंभ होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ी सभा और अन्य कार्यक्रम होंगे। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता अलग-अलग स्थानों पर शामिल होंगे।

पटवारी परीक्षा घोटाले की भेंट

शनिवार को यात्रा की रूपरेखा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सामने रखी। इस दौरान सातों यात्रा के प्रभारी भी उपस्थित रहे। प्रदेश प्रभारी ने कहा कि जनता में शिवराज सरकार के विरुद्ध जो 18 वर्ष का असंतोष था, वो अब जन आक्रोश में बदल गया है। किसानों को उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा तो युवाओं के भविष्य को व्यापम और पटवारी परीक्षा घोटाले की भेंट चढ़ा दिया गया।

फर्जी विवाह दिखाकर पैसे खाए

आदिवासी के मुंह पर पेशाब करके भाजपा नेता उन्हें अपमानित करते हैं तो तीन लाख 22 हजार के पट्टे निरस्त कर दिए। कुपोषित बच्चों के पोषण आहार में भ्रष्टाचार, स्कूली बच्चों के गणवेष, और तो और आयुष्मान योजना तक में घोटाला कर दिया। कन्यादान योजना में 50 हजार फर्जी विवाह दिखाकर पैसे खाए गए तो 18 सालों में मध्य प्रदेश में 58 हजार से अधिक दुष्कर्म, 67 हजार से अधिक अपहरण के प्रकरण सामने आए। जहां महिलाओं पर इतना अत्याचार हो रहा है, वहां मुख्यमंत्री को रात में नींद कैसे आ जाती है?

मध्य प्रदेश का निर्माण कैसे होगा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां आकर इनका जवाब क्यों नहीं देते हैं? इन सबसे उपजे जन आक्रोश का आवाज देने के लिए यह जन आक्रोश यात्रा निकाली जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगार नौजवान की है। इनका भविष्य खराब होगा तो मध्य प्रदेश का निर्माण कैसे होगा।

स्थिति यह हो गई कि भाजपा को अपने 18 वर्ष के मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मांगने में शर्म आ रही है, इसलिए जनता को भ्रमित करने के लिए नई-नई घोषणाएं की जा रही हैं। जनता समझदार है और बहकावे में नहीं आएगी। कार्यक्रम में यात्रा के थीम सांग चलो-चलो कांग्रेस के संग चलो-चलो लांच किया गया।

भाजपा के चार चेहरे, बनावटी, दिखावटी, मिलावटी सजावटी

कमल नाथ ने कहा कि भाजपा के चार नए चेहरे हैं जो बनावटी, दिखावटी, मिलावटी और सजावटी हैं। वास्तव में यही इनके असली चेहरे हैं। मध्य प्रदेश एक ग्रामीण प्रदेश है। हमारे प्रदेश की 70 प्रतिशत अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है। कांग्रेस ने इस बात को सबसे पहले पहचाना था। वर्ष 1947 से लेकर 1969 तक कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न दो बैलों की जोड़ी और 1969 से 1977 तक कांग्रेस पार्टी का चुनाव गाय-बछड़ा रहा। दो बैलों की जोड़ी मतलब खेती-किसानी और गाय-बछड़ा मतलब गोमाता यानी हमारी ग्रामीण भारत की संस्कृति। आज का हमारा जो चुनाव चिह्न है हाथ का पंजा, यह राष्ट्रीय एकता और भारतीय संस्कृति का प्रतीक है।

कमल नाथ चुनाव लडेंगे या नहीं, यह संगठन तय करेंगा

एक प्रश्न के उत्तर में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कमल नाथ चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह वे नहीं, संगठन तय करेगा। कमल नाथ ने भी यह बात दोहराई। उधर, कांग्रेस के बहुमत में आने पर मुख्यमंत्री के प्रश्न पर प्रदेश प्रभारी ने कमल नाथ की ओर इशारा करते हुए कहा कि क्या ये आपके दिखाई नहीं दे रहे हैं। पोस्टर में कहीं भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नजर नहीं आने पर उन्होंने कहा कि आप चिंता न करें, हम सब एक हैं और सब यात्रा में नजर आएंगे।

कौन कितने किलोमीटर निकालेगा यात्रा

गोविंद सिंह - 1600 किमी
अरुण यादव - 1700 किमी
कमलेश्वर पटेल - 1900 किमी
अजय सिंह राहुल - 1400 किमी
सुरेश पचौरी - 1400 किमी
कांतिलाल भूरिया - 1700 किमी
जीतू पटवारी - 1700 किमी