रायपुर : सहकारिता विभाग के सचिव तथा बेमेतरा जिले के प्रभारी डॉ. सी. आर. प्रसन्ना ने गत दिवस बेमेतरा जिला के धान उपार्जन केंद्र लोलेसरा पहुचें। उन्होंने वहां धान खरीदी के लिए की गयी तैयारियों का जायज़ा लिया। उन्होंने बायोमेट्रिक से की जाने वाली और अन्य कम्प्यूटर आधारित प्रक्रियाओं की विस्तार से जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

डॉ. प्रसन्ना ने अधिकारियों से कहा कि धान बेचने आने वाले किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े यह सुनिश्चित किया जाये। उन्हें छाव, पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था पहले से ही कर ली जाए। किसानों को भुगतान भी समय पर हो यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने केंद्र में मौजूद किसानों से बातचीत की और फसल आदि की जानकारी ली। पिछले साल बेची धान और मिले बकाया बोनस की भी जानकारी ली। किसानों ने कहा कि पिछले साल बेची धान का भुगतान भी समय पर मिला और बकाया बोनस की राशि भी बैंक खाते में आ गयी थी। इसके पहले ज़िला अस्पताल में हितग्राहियों के बनाये जा रहे आयुष्मान कार्ड की जानकारी लेने पहुँचे। उन्होंने मुख्य ज़िला एवं स्वास्थ्य अधिकारी को शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए भी ज़रूरत के मुताबिक़ शिविर लगा कर पूरा करने कहा।

प्रभारी सचिव इसके बाद कृषि विज्ञान केन्द्र पहुँचे। वहाँ पर उन्होंने पाली हाउस या हाईटेक नर्सरी में तैयार किए जाने वाले सब्ज़ी के पौधों का भी अवलोकन किया। उन्होंने किसानों को धान के अलावा अन्य व्यावसायिक फसलों के लिए प्रेरित किया और किसानों को आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र डॉ. तोषण कुमार ठाकुर ने पाली हाउस या हाईटेक नर्सरी की स्थापना व सब्जियों की नर्सरी पौध सामग्री का उत्पादन कार्य के लाभप्रद व्यवसाय आदि के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि बेमेतरा जिला में वर्तमान में वर्षभर विभिन्न सब्जी वर्गीय फसलों की खेती 19 हजार से अधिक रकबें में की जाती है। ऐसे कृषक जो कृषि भूमि हीन है वे कृषक अपने घर के अतिरिक्त कमरा में मशरूम उत्पादन कर अतिरिक्त आय भी ले रहे है। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।