बाड़मेर। भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित बाड़मेर जिले के बायतु थाना इलाके के भीमड़ा गांव में एक दलित बच्चे से मारपीट कर उसके संवेदनशील अंगों में पेट्रोल डाल दिया गया है। पीड़ित और उसके परिजनों का आरोप है कि एक परिवार के 3 लोगों ने मिलकर उसे पंखे से लटकाया बाद में उसके साथ क्रूरता की सभी हदें पार कर दी। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि भीमड़ा निवासी हनुमानराम ने बायतु थाने में इस संबंध में केस दर्ज कराया है। रिपोर्ट में उसने बताया कि उसका भतीजा 9 जून की शाम घर पर बैठा था। इसी दौरान भीमड़ा निवास नेमीचंद सोनी उसके भतीजे का अपहरण करके अपने घर ले गया। वहां  उसके भतीजे को छत में लगे पंखे से लटकाकर बुरी तरह से मारपीट कर यातनायें दी। नेमीचंद और उसकी पत्नी तथा बहन दुर्गा ने मासूम को गर्म चिमटों से दागा।
  हनुमानराम का आरोप है कि इसके बाद नाबालिग के संवेदनशील अंगों में पेट्रोल भी डाल दिया। इसके बाद नेमीचंद गंभीर रूप से घायल हुये मासूम को उसके घर के आगे पटककर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि नाबालिग नेमीचंद सोनी के यहां झाडू-पोछा करने का काम करता है। 2 दिन किसी कारणवश काम पर नहीं जा पाने की वजह से नाबालिग का अपहरण कर उससे बेरहमी से मारपीट की गई है। नाबालिग के परिजनों ने उसे गंभीर हालत में पहले बायतु के अस्पताल में भर्ती करवाया।
  बायतु में उसकी उसकी गंभीर हालत को देखते हुये प्राथमिक उपचार के बाद मासूम को बाड़मेर रेफर कर दिया गया। बाड़मेर में पीड़ित मासूम का इलाज चल रहा है। पीड़ित नाबालिग के मुताबिक उसे पंखे से लटकाकर पीटा गया। इसके साथ ही गर्म सरियों से पूरा शरीर दाग दिया। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देश के बाद बायतु थाना पुलिस ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी सहित अन्य गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।