ठाकुर श्रीबांकेबिहारी के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अधिक मास की एकादशी और वीकेंड होने के कारण भीड़ का दबाव ज्यादा रहा। श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुबह से ही मंदिर के प्रवेश मार्गों पर बैरिकेडिंग लगवाई गई, जिसके बादश्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में प्रवेश दिया गया। इससे यहां दोपहर तक दो से दो किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। श्रद्धालुओं को अपने आराध्य के दर्शन के लिए लाइन में लगभग दो  से तीन घंटे तक लगना पड़ा तब जाकर दर्शन हुए। ऐसी गर्मी में बुजुर्ग और बच्चों को बुरा हाल था।

भक्त ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन की अभिलाषा लिए सुबह 6 बजे से मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर लाइन में लग गए। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने में जगह-जगह तैनात पुलिसकर्मियों का पसीना छूट गया। श्रद्धालु राधे-राधे रटते और हाथ में प्रसाद लिए मंदिर खुलने का इंतजार कर रहे थे। मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जयकारों के बीच मंदिर में प्रवेश किया।
 
अधिक मास की एकादशी पर नगर की पंचकोसीय परिक्रमा करने के लिए दिल्ली एनसीआर समेत देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालु बांकेबिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचे। विद्यापीठ चौराहे से लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रहीं। 

देखते ही देखते मंदिर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। वहीं रास्तों पर भी पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी। भीड़ के दबाव के बीच श्रद्धालुओं ने बांकेबिहारी के दर्शन किए। हालांकि मंदिर के अन्दर तैनात निजी गार्ड श्रद्धालुओं को दर्शन करते ही निकास द्वार की ओर बढ़ा रहे थे। भीड़ के दबाव और धक्क-मुक्की के बीच श्रद्धालुओं को बमुश्किल दर्शन हो सके।