जयपुर। राजस्थान में हो रही भारी बारिश अब तबाही मचाने लगी है। लगातार मूसलाधार बारिश होने से जोधपुर और कोटा समेत कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं। नदी नाले उफन रहे हैं। झरने तेज गति से बह रहे हैं। सड़कों पर नदी के रूप में पानी बह रहा है। उसके साथ ही कहीं चार पहिया तो कहीं दुपहिया वाहन तिनके की तरह से बहते जा रहे हैं। रेलवे के कई अंडर पास में पानी भर जाने से वहां वाहन फंस गये हैं। पानी लोगों के घरों में घुसकर तबाही मचा रहा है। जोधपुर में तो भारी बारिश को देखते हुये सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
  बारिश के कहर से लोगों को बचाने के लिये एसडीआरएफ को पानी में उतरना पड़ा है। कई जगह पुराने कच्चे पक्के मकान गिर गये हैं। भारी बारिश के कारण विभिन्न इलाकों में कई मार्ग जाम हो गये हैं। वहां वाहनों की लंबी लाइनें लगी हैं। सबसे ज्यादा हालात जोधपुर और कोटा के खराब हैं। जयपुर में भी रुक-रुककर हो रही बारिश से कई रास्तों में पानी भर गया है। इससे यातायात प्रभावित हो रहा है। वाहनों में पानी भर जाने के कारण लोग उन्हें पैदल ही घसीटने को मजबूर हो रहे हैं।
  जोधपुर में बारिश का सिलसिला आज सुबह तक रुक-रुककर जारी रहा। इस दौरान मंगलवार तड़के लगभग 3 घंटे मूसलाधार बारिश से शहर दरिया में तब्दील हो गया, गलियों और सड़कों में भरे पानी ने लोगों को घरों में ही कैद कर दिया। खेतानाड़ी क्षेत्र में पानी निकालने पहुंची नगर निगम की टीम खुद ही वहां फंसकर रह गई। भारी बारिश के कारण बरसों बाद उम्मेद सागर नहर चल पड़ी। भारी बारिश से जोधपुर शहर का पूरा जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। भदवासिया और बीजेएस सहित कई क्षेत्र पानी में डूब गये। शहर में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
  कोटा में भी हो रही जोरदार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गये। कोटा के एमबीएस और मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में पानी भर गया है। वहीं कोटा के कई गांव टापू बन गये हैं। खातोली और मंडावरा सहित कई गांवों का आसपास से संपर्क कट गया है। कोटा बैराज से भारी मात्रा में पानी की निकासी की जा रही है। मंडावरा के पास चंबल नदी में उफान आ गया। नदी की पुलिया पर करीब 4 फीट पानी की चादर बहने लगी है। बारिश से बारां-दूदू राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। कोटा बैराज से पानी की निकासी के बाद चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल सिरोही जिले के माउंट आबू की प्रसिद्ध नक्की झील ओवरफ्लो हो गई। सोमवार को रातभर हुई बारिश के चलते झील ओवरफ्लो हो गई। नक्की झील 114 फीट गहरी है। यह सबसे गहरी झील मानी जाती है। नक्की झील के ओवरफ्लो होने के कारण लोग उसे देखने के लिये वहां पहुंच गये। माउंट के सभी झरने बह रहे हैं। जोधपुर संभाग के ही पाली शहर में भी बादल जमकर बरसे हैं। इससे सड़कें पानी से लबालब हो गईं। कई मोहल्लों में पानी भर गया। पाली में मंगलवार को तड़के से ही बारिश का दौर चल रहा है।
बीकानेर जिले के खाजूवाला इलाके में बारिश आफत बनकर गिर रही है। यहां लोगों के घरों में पानी घुस गया। बारिश से आधा दर्जन से अधिक मकान गिर गये। कई लोग बेघर हो गये। इससे आक्रोशित महिलाओं ने सोमवार देर रात को नगरपालिका कार्यालय पर पहुंचकर वहां धरना दे दिया। बारिश से खाजूवाला कस्बे में काफी नुकसान हुआ है। वहीं प्रदेश के अन्य इलाकों में भी बारिश कहर बनकर गिर रही है।