भोपाल । राजधानी में करीब पांच वर्ष पहले पांच करोड़ रुपये की लागत से बनाया साइकिल ट्रैक बनाया गया था जो वर्तमान में पूरी तरह से अवैध अतिक्रमण का शिकार हो गया है। अतिक्रमणकारियों ने जगह-जगह  ट्रैक पर लगा रहे ठेले-गुमठियां लगाना शुरु कर दिया है। स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों के द्वारा ट्रेक की अनदेखी की जा रही है1 पांच किलोमीटर के इस ट्रैक पर 100 से अधिक ठेले-गुमठियों समेत अन्य खानपान की दुकानें लगाई जा रही है। जिससे एक दर्जन से अधिक स्थानों पर तो रास्ता ही बंद हो गया है। बता दें कि होशंगाबाद रोड पर सितंबर 2017 में इस साइकिल ट्रैक पर स्मार्ट सिटी कंपनी ने पब्लिक बाइक शेयरिंग सेवा शुरू की थी। कुछ दिनों तक तो कंपनी ने ट्रैक और साइकिल स्टेशन की देखरेख के लिए कर्मचारियों को भी तैनात किया था। लेकिन इसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने इसे अपने हाल पर छोड़ दिया। नतीजतन फुटपाथ पर ठेले-गुमठियों का अतिक्रमण बढ़ने लगा। वर्तमान स्थिति में नर्मदापुरम रोड के देानों पर बने साइकिल ट्रैक पर सैक़ड़ो दुकानें लगाई जा रही है। यहीं लाेग दो और चार पहिया वाहन भी पार्क कर रहे हैं। विद्या नगर और बागसेवनिया थाने के सामने निजी लोगों ने भवन निर्माण सामग्री फैला रखी है। लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई करने से स्मार्ट सिटी के अधिकारी बच रहे हैं। हालांकि कुछ स्थानों पर सुबह नौ बजे तक ट्रैक खाली रहता है, लेकिन शाम होते ही यहां साइकिल चलाने के लिए जगह नहीं बचती है। इधर आसपास के दुकानदारों का आरोप है कि साइकिल ट्रैक पर कब्जा नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी ही करवा रहे हैं। यहां लगने वाली दुकानों के खिलाफ इसलिए कार्रवाई नहीं होती, क्योंकि निगम अधिकारियों से अतिक्रमणकारियों की मिलीभगत है। बीते एक माह पूर्व ऐसा एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था, जिसमें अवैध अतिक्रमणकारी को बचाने के लिए नगर निगम के दरोगा और अतिक्रमण शाखा के कर्मचारियों के बीच बहस भी हुई थी। इस बारे में स्मार्ट सिटी के सीईओ गौरव बैनल का कहना है कि एक सप्ताह में साइकिल ट्रैक से अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसके लिए अतिक्रमण शाखा के कर्मचारियों को निर्देशित करेंगे।