बीजिंग। चीन में कोरोना महामारी के फिर से लौटने के संकेत ‎मिल रहे है। यहां बीजिंग समेत चीन के कई बड़े शहरों में कोविड पॉजिटिव रेट 40 फीसदी को पार कर चुका है। चीन में कोरोना वायरस की नई लहर के लिए नए एक्सबीबी वेरिएंट्स जिम्मेदार बताया जा रहा है। विशेषज्ञों का दावा है कि चीन की जीरो कोविड पॉलिसी को अचानक खत्म किए जाने के बाद महामारी की रफ्तार काफी तेज हुई है। इससे सबसे ज्यादा खतरा चीन के पड़ोसी देशों को बताया जा रहा है। चीन के वरिष्ठ महामारी विशेषज्ञों ने पहले ही कह ‎दिया है कि आने वाले महीनों में हर हफ्ते 6.5 करोड़ कोरोना केस आ सकते हैं। ऐसे में लोगों के मन में कोविड महामारी को लेकर कई सवाल पैदा हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि यह मई के अंत में परीक्षण किए गए लोगों के 40 प्रतिशत से अधिक तक पहुंच गया है। 
आंकड़ों के मुता‎बिक चीन में अप्रैल 2023 के बाद से देश भर के अस्पतालों में कोविड-19 से पीड़ित लोगों की संख्या में पांच गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। चीन मई से फिर से कोविड की नई लहर की चपेट में आ गया है। इस दौरान कोविड पॉजिटिव रेट 2022 के अंत में महामारी के पीक पर पहुंचने के वक्त के लगभग बराबर है। चीन के ऑफिस और कारखानों में काम करने वाले लोग बड़ी संख्या में अनुपस्थित हो रहे हैं। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातक बीमारियां हल्की हैं। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने मई में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या 164 बताई है। इसके अलावा 2777 लोगों में कोरोना का गंभीर संक्रण पाया गया और महीने के दौरान यह संख्या लगातार बढ़ती रही। 
मई के चीन सीडीसी कोविड-19 के डेटा ने स्थानीय और सोशल मीडिया में रिपोर्ट की गई दूसरी लहर के वास्तविक सबूत की पुष्टि की है। चीनी सीडीसी ने आखिरी बार अप्रैल के अंत में साप्ताहिक निगरानी रिपोर्ट जारी की थी। चीनी सीडीसी की दूसरी रिपोर्ट एक महीने बाद मई के अंत में जारी की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी देश में कोरोना के मामलों के बढ़ने से पूरी दुनिया को खतरा है। ऑस्ट्रेलिया में डीकिन विश्वविद्यालय में महामारी विशेषज्ञ कैथरीन बेनेट का कहना है कि कोरोना वायरस के चीन में फैलते रहने के साथ साथ घटती सार्वजनिक प्रतिरक्षा एक नए खतरे को पैदा कर रही है। इससे पहले से ज्यादा खतरनाक कोविड वेरिएंट के उभरने की संभावना बनी हुई है। कोरोना का वायरस लगातार अपना स्वरूप बदल रहा है।