भीलवाड़ा । राजस्थान के भीलवाड़ा से सटे शाहपुरा में मनरेगा खुदाई का काम करते समय उस समय हड़कंप मच गया जब जमीन में दबे हुए तीन हैंड ग्रेनेड मिले हैं। ये हैंड ग्रेनेड एक कट्टे में लपेटे हुए थे। इसके बाद उच्चाधिकारियों और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस प्रशासन ने तीनों हैंड ग्रेनेड को अपने कब्जे में लेकर उनको सुरक्षित स्थान पर रखवा दिए हैं। 
जानकारी के अनुसार हैंड ग्रेनेड मिलने की यह घटना शाहपुरा में शनिवार को सामने आई। शाहपुरा नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी ने बताया कि नगर परिषद की ओर से तालाब में मनरेगा के तहत खुदाई का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान महिला मजूदरों को खुदाई के दौरान करीब 3 फीट गहराई में कट्टे में लिपटे हुए 3 हैंड ग्रेनेड मिले। हैंड ग्रेनेड देखते ही वहां काम रहे मनरेगा के मजदूरों में हड़कंप मच गया। तुरंत इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन सहित उच्चाधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया और वहां की जांच पड़ताल करवाई गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने वहां और ग्रेनेड होने की आशंका पर जेसीबी से गहराई तक खुदाई करवाई, लेकिन वहां और हैंड ग्रेनेड नहीं मिले। बाद में तीनों हैंड ग्रेनेड को वहां से उठवाकर पुलिस प्रशासन ने अपने कब्जे में लिया और उन्हें मनरेगा साइट से दूर सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया है। उनकी निगरानी की जा रही है। गीली मिट्टी में दबे रहने से हैंड ग्रेनेड्स के चारों तरफ भी जंग लग चुकी है। एक हैंड ग्रेनेड की पिन भी बिल्कुल गल चुकी थी। हैंड ग्रेनेड्स के चारों तरफ मिट्टी के कट्टे जमा दिए गए हैं। ये हैंड ग्रेनेड यहां किसने और क्यों दबाए इसका फिलहाल कुछ पता नहीं चल पाया है। बहरहाल पुलिस मौका मुआयाना कर पूरे मामले की जांच कर रही है। तालाब में खुदाई के दौरान हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना तेजी से लोगों में फैल गई और वहां भीड़ लगनी शुरू हो गई। मौके पर नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी और अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा के साथ ही थानाप्रभारी प्रभातीलाल, एसआई माया तथा पुलिस जाब्ता पहुंचा। यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।