वाराणसी । ‎विदेश मेहमानों के ‎लिए गंगा आरती का अद्भुद नजारा देखने को ‎मिला है। जहां उत्तर प्रदेश के काशी में हो रहे जी-20 देशों के सम्मेलन में विदेशी मेहमान शामिल होने पहुंचे। सभी विदेशी मेहमान विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर आयोजित गंगा आरती में शामिल हुए और शंखनाद, घंटी, डमरू की आवाज और मां गंगा के जयकारों के बीच हुई गंगा आरती देखी। विदेशी मेहमान मां गंगा की आरती को देखकर बहुत खुश हुए और उन्होंने भारतीय संस्कृति की अद्भुत छटा निहारी। गौरतलब है कि, जी-20 देशों का सम्मेलन 11 से 13 जून के बीच होगा। यह सम्मेलन 11 जून से शुरू हो चुका है। इसमें शामिल होने विदेशी मेहमानों का दल रविवार को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पहुंचा। वहां मेहमानों का टीका लगाकर व पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। जी 20 सम्मेलन में शामिल होने आए विदेशी मेहमानों के दल के स्वागत के लिए हवाई अड्डे से होटल ताज तक तक प्रमुख चौराहों पर डमरू दलों और विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा स्वागत किया गया।
इसके बाद विदेशी मेहमान के सामने मां गंगा की महाआरती भव्य स्वरूप में शुरू हुई, जहां अर्चकों ने आरती उतारी और चंवर भी डोलाया। दशाश्वमेध घाट को फूल मालाओं एवं दीपों से सजाया गया था। गंगा आरती की शुरुआत देवाधिदेव महादेव की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा कर गणपति पूजन से हुई। जी-20 देशों के विकास मंत्रियों सहित 200 विदेशी मेहमान प्रतिनिधियों का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर कर रहे थे। आरती के दौरान विदेशी मेहमान ऐसे अभिभूत हुए कि वे भी सोफे पर बैठे-बैठे थाप दे रहे थे।