नई दिल्ली। मंगलवार को भारत और मालदीव के विदेश मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। मालदीव के विदेश मंत्री अबदुल्ला शाहिद ओर विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच हुई होने वाली इस बैठक में भारत की मदद से इस पड़ोसी देश में लगाई जाने वाली नई परियोजनाओं पर विचार होगा। हाल के महीनों में मालदीव में कई भारत विरोधी प्रदर्शन हुए हैं। वैसे ये प्रदर्शन राजनीतिक वजहों से हो रहे हैं लेकिन भारत इस मुद्दे को उठा सकता है।

अमेरिका खोलने जा रहा अपना दूतावास 

विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि जयशंकर और शाहिद के बीच बैठक में दूसरे द्विपक्षीय, क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बात होगी। भारत मालदीव को एक अहम पड़ोसी देश के तौर पर देखता है। पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार ने मालदीव के साथ रिश्तों को काफी महत्वपूर्ण जगह दी है। हिंद प्रशांत क्षेत्र के कूटनीतिक गतिविधियों केंद्र बनने की वजह से भी मालदीव की अहमियत बढ़ गई है। इस छोटे से द्वीप देश में अमेरिका अपना दूतावास खोलने जा रहा है।

सितंबर, 2023 में होंगे मालदीव में आम चुनाव

अमेरिका भारत के साथ मिल कर भी मालदीव को कई तरह से मदद देने की संभावनाओं पर काम कर रहा है। मालदीव की पूर्व की सरकारों पर चीन का प्रभुत्व रहा है लेकिन मौजूदा सरकार के कार्यकाल में भारत के साथ रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं। सितंबर, 2023 में मालदीव में आम चुनाव है और इसकी वजह से ही वहां की विपक्षी पार्टियां भारत विरोधी गतिविधियों में लगी हुई हैं।