भोपाल ।   मध्य प्रदेश में प्रशासन भाजपा की बी टीम बनकर काम कर रहा है। नेताओं के इशारे पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे प्रकरण दर्ज करके परेशान किया जा रहा है। प्रदेशभर में चार सौ ऐसे प्रकरण सामने आ चुके हैं। इसमें अकेले दतिया के 189 हैं। यहां गृह मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा प्रशासन पर दबाव डालकर कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। कांग्रेस न सिर्फ कार्यकर्ताओं के लिए मैदानी लड़ाई लड़ेगी बल्कि कानूनी रास्ता भी अपनाया जाएगा। यह बात सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रशासनिक अत्याचार निवारण समिति की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ में एक अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्ति का मकान तोड़ दिया, जबकि इस मामले में हाईकोर्ट का स्थगन है। बड़वानी में उस व्यक्ति को मकान तोड़ने की धमकी दी गई, जिसके नाम पर मकान ही नहीं है। भोपाल में कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा के ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। जबकि, वे अनुसूचित जाति की महिलाओं के अस्थायी प्रतिष्ठानों पर प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई को रोकने की शिकायत लेकर थाने गए थे। दतिया में कांग्रेस ही नहीं भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामले दर्ज कराए जा रहे हैं। प्रशासन भाजपा के गुलाम की तरह काम कर रहा है। कांग्रेस सभी झूठे मुकदमों के मामले में कानूनी और आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। दतिया में जल्द ही जनाक्रोश रैली होगी। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दिग्विजय सिंह ने पूरे मामलों की जांच कराने की बात कही। इसके लिए एक प्रतिनिधिमंडल भी जल्द ही उनसे मुलाकात करेगा। इस दौरान समिति के सदस्य विधायक आरिफ मसूद, पूर्व मंत्री प्रभु सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक राजेंद्र भारती, मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा, महामंत्री जेपी धनोपिया, प्रदेश कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेंद्र बब्बर मौजूद थे।

कानपुर हिंसा के मामले में चुप क्यों भाजपा सरकार

बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में दिग्विजय सिंह ने कानपुर में हुई हिंसा की घटना पर कहा कि अब भाजपा के नेता चुप क्यों है। अभी तक नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं की है। इससे साफ है कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। फूट डालो और राज करो, यही भाजपा की नीति है। विकास के नाम पर चुनाव लड़ना सिर्फ दिखावा है। कश्मीर के हालात पर उन्होंने कहा कि अब विवेक अग्निहोत्री क्यों चुप हैं।