उज्जैन  ।  कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज उज्जैन पहुंचे। जहां वे सबसे पहले शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया के निवास पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रवि भदौरिया की धर्मपत्नी को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जिसके बाद कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर पत्रकारों को संबोधित किया।  इस दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ ने मीडिया को बताया कि आज राहुल गांधी के साथ बाबा महाकाल की पूजा अर्चना कर बाबा महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि आज मध्यप्रदेश में सबसे अधिक चुनौती बेरोजगारी की है। जो युवा आज रोजगार के लिए भटक रहे हैं, वही आने वाले समय में देश का निर्माण करेंगे। फिर वह चाहे उज्जैन का हो या मध्यप्रदेश का। जब तक हम युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएंगे, तब तक इस प्रकार की समिट करने का कोई औचित्य नहीं है। पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस प्रकार की कई समिट आयोजित की और वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी इस प्रकार की समिट आयोजित कर रहे हैं, लेकिन प्रश्न यहां किए जाने वाले निवेश का नहीं बल्कि यहां दिए जाने वाले रोजगार का है। रोजगार के साथ आर्थिक गतिविधि बनती है। मध्यप्रदेश में निवेश का नहीं बल्कि आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने से रोजगार उत्पन्न होगा। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना ही हमारी प्राथमिकता है, जिसको लेकर मैंने पहले भी कार्य किया है।

चुनाव नकुल जरूर लड़ेगा

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इतनी सीट मिलेगा के जवाब में कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी को 12 से 13 सीट मिलेगी। भारतीय जनता पार्टी हमेशा ही माहौल बनाने में मास्टर रही है और इस बार भी वह यही कर रही है। भाजपा में शामिल होने की बात पर कमलनाथ ने कहा कि मेरे भाजपा में जाने की बात आप ही लोगों ने फैलाई थी, मैंने कभी अपने मुंह से ये नहीं कहा कि मैं भाजपा में जा रहा हूं। यह तो आप ही ने चलाया था। मैं किसी संसदीय क्षेत्र में चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, चुनाव नकुल जरूर लड़ेगा।

जनसंपर्क काफी आवश्यक

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर उन्होंने कहा कि जनसंपर्क काफी आवश्यक होता है। आज आप खुद देखेंगे की जनसंपर्क का क्या असर होता है। लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा पर कहा कि इलेक्शन कमेटी की बैठक के बाद जल्द ही नाम की घोषणा की जाएगी।

‘मोदी का परिवार’ नारे पर दिया जवाब

वहीं, ‘मोदी का परिवार’ के जवाब में उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में ‘मैं भी चौकीदार’ का नारा दिया गया था, लेकिन अब ‘मोदी का परिवार’ नारा दिया गया है। प्रश्न नारा देने का नहीं है, बल्कि प्रश्न यह है कि जनता इसे किस तरीके से लेती है। भटकते हुए बेरोजगार को इस नारे से क्या लाभ होना है या आप खुद ही समझ सकते हैं।