अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पूरी तरह कमर कस ली है। गुरुवार को स्थापना दिवस पर पीएम मोदी पूरे देश के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और इसी क्रम में आगे की रणनीति भी साफ हो जाएगी।पहले ही उनके भाषणों से इसका संकेत मिलता रहा है कि पार्टी अपने विकास के एजेंडे के साथ विपक्षी दलों में परिवारवाद और भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाएगी। पार्टी के कार्यकर्ता जहां इन्हें जमीन तक ले जाएंगे वहीं दलितों और पिछड़ों के बीच पैठ को मजबूत करने के साथ ही हर बूथ पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय भी किया जाएगा।

गुरुवार को पार्टी देश के 10 लाख से अधिक बूथों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी और ''एक बार फिर से, मोदी सरकार'' का नारा भी लिखेगी। 11 अप्रैल को ज्योतिबा फूले के जन्म शताब्दी और 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर भाजपा ओबीसी और दलितों के बीच विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगी।पीएम मोदी अपने आवास से ही वर्चुअल तरीके से संबोधन देंगे। भाजपा के महामंत्री तरुण चुग ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ता बूथ स्तर पर अपने-अपने घरों पर झंडा फहराएंगे।

इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद दिल्ली में एक बूथ पर ''एक बार फिर से, मोदी सरकार'' का नारा दीवार पर लिखेंगे और उसके बाद बूथ स्तर तक यह दीवार लेखन का कार्यक्रम चलेगा। इसे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की शंखनाद के रूप में देखा जा रहा है।स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम को भाजपा ने अंबेडकर जयंती 14 अप्रैल तक पूरे एक हफ्ते का फैसला किया है। इसके तहत 11 अप्रैल को समाज सुधारक ज्योतिबा फूले के जन्म शताब्दी को पूरे देश में धूमधाम से मनाएगी। इस अवसर भाजपा का ओबीसी मोर्चा पूरे देश में कार्यक्रम का आयोजन करेगी।इसी तरह से अंबेडकर जयंती के अवसर पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।

इन कार्यक्रमों में समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ चिंतन बैठक करने, बुजुर्गों की सेवा और मेधावी छात्रों के सम्मान तक शामिल हैं।तरुण चुग ने कहा कि इन कार्यक्रमों के दौरान भाजपा मोदी सरकार के दौरान देश के विकास के लिए और विशेष तौर पर दलितों और पिछड़ों के उत्थान के लिए उठाये गए कदमों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में पीएम  मोदी द्वारा उठाये गए कदमों की वजह से दलितों और पिछड़ों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।