कन्नौज। पहाड़ और मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया। चेतवानी बिंदु से एक मीटर 19 सेंटीमीटर दूर पानी बह रहा है। जिला प्रशासन ने बाढ़ की आशंका जताते हुए अलर्ट जारी किया। राजस्व अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा शुरू करते हुए कटरीवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। गुरुवार को महादेवी गंगा घाट (मेहंदी घाट) का जलस्तर 123.780 मीटर दर्ज किया गया। चेतावनी बिंदु 124.970 मीटर से गंगा मात्र एक मीटर 19 सेंटीमीटर दूर है, जो कभी भी पार हो सकता है। उधर, बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट है। नदी किनारे स्थित कासिमपुर, बक्सीपुर्वा समेत करीब 12 बाढ़ प्रभावित गांवों में राजस्व टीमों को रवाना किया। डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बढ़ते जलस्तर को देखकर गंगा में नाविकों के जाने पर रोक लगा दी। डीएम ने बताया कि बाढ़ आने की संभावना है। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार हैं। जलस्तर के बारे में पल-पल जानकारी ली जा रही है।

जलस्तर से सब्जी की फसलें जलमग्न

गंगा का जलस्तर बढ़ने से सहायक काली नदी भी उफान पर है। दोनों नदियों के किनारे बगैन, तरोई, लौकी और धनियां की करीब दो बीघा फसलें जलमग्न हो गईं। जिला कृषि अधिकारी आवेश कुुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों से अपील की गई है कि वह लोग सब्जियों का तुड़ान कर लें। जलस्तर बढ़ने पर फसलें नष्ट हो सकती हैं।