गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख़ों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सबसे मज़बूत किले में सेंध लगाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 4 दिवसीय गुजरात दौरे पर जा रहे हैं. गुजरात चुनाव में मुख्यमंत्री सीनियर ऑब्ज़र्वर है और इससे पहले भी वे गुजरात के कई दौरे कर चुके हैं, लेकिन गहलोत का ये सबसे लंबा दौरा होगा.

खास बात यह है कि कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे की कमान संभालने के बाद अब अशोक गहलोत पार्टी के भीतर अपनी सक्रियता को और बढ़ाने की कवायद में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले विधानसभा चुनाव में गुजरात के प्रभारी थे और कांग्रेस ने कई सालों के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था. इस बात का प्रभारी के तौर पर रघु शर्मा को ज़िम्मेदारी दी गई थी और अशोक गहलोत तो सीनियर ऑब्ज़र्वर बनाया गया था.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई बार सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि इस बार कांग्रेस के लिए हालात ज़्यादा उपयुक्त है. पिछली बार से कहीं अधिक भारतीय जनता पार्टी का जनता के बीच विरोध है, लेकिन कांग्रेस के लिए आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. पार्टी में नए अध्यक्ष के बाद अब अशोक गहलोत ने अपनी सक्रियता बढ़ा कर पार्टी के पक्ष में हर संभव माहौल बनाने की कवायद करना चाहते हैं.

ये है कार्यक्रम

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुजरात दौरा 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक रहेगा. इस दौरान उनका 6 जगह जनसभाएं करने का कार्यक्रम भी बनाया है. सीएम गहलोत 31 अक्टूबर को गुजरात में बनासकांठा में भारत जोड़ो पदयत्रा में भी शामिल होंगे. गहलोत के 28 अक्टूबर को सुबह 9 बजे जयपुर से विशेष विमान से वड़ोदरा के लिए रवाना होंगे. सुबह 10.15 बजे वडोदरा पहुंचेंगे. सुबह 11 बजे गरबदा में जनसभा को संबोधित करेंगे.

वहां से हेलीकॉप्टर से रवाना होकर फतेहपुरा (जालोद) पहुंचेंगे और दोपहर 2 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे. गहलोत वापस वड़ोदरा पहुंचकर शाम 4.15 बजे वड़ोदरा में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे. फिर सूरत पहुंचकर शाम को वहां स्थानीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे. 29 अक्टूबर को सीएम गहलोत सूरत से हेलिकॉप्टर से सुबह 10.30 बजे नवसारी पहुंचकर जनसभा को संबोधित करेंगे.