रायपुर : मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ राज्य जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन एजेंसी की शासी परिषद की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जलग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई। इसी तरह से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, जलग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत अमृत सरोवर, पौधा रोपण, नरवा पोर्टल सहित अन्य कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गई।
    बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन के तहत प्रधानमंत्री कृृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में 5463 कार्य संपादित किए गए। इन कार्यों में करीब 96 करोड़ 52 लाख रूपए व्यय किए गए। इसी तरह से इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में अब तक 3147 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। इस पर करीब 55 करोड़ 51 लाख रूपए व्यय हुए हैं। इसी तरह से एनआरएम घटक के अंतर्गत वर्ष 2022 से अब तक करीब 132 अमृत सरोवर, 66 स्टापडेम, 222 चेकडेम, 93 पर कोलेशन टैंक, 354 डबरी, 52 तालाब, 161 कुंआ सहित जलग्रहण के 1406 अन्य कार्य किए गए हैं, इससे 12715 से अधिक किसानों को सिंचाई सुविधा से लाभान्वित किया गया है। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, जल संसाधन विभाग के सचिव पी.अन्बलगन, वित्त विभाग के सचिव अंकित आनंद, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव डॉ. एस.भारतीदासन सहित वन विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, नाबार्ड, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड सहित शासी परिषद के अन्य सदस्य शामिल हुए।