प्रयागराज: मानसून सक्रिय होने के साथ ही प्रयागराज में बारिश का दौर शुरू हो गया है। बुधवार सुबह और दोपहर दो चरणों में बारिश के बाद अब गुरुवार से तेज वर्षा की संभावना बन रही है।

भारतीय मौसम विभाग ने इसको लेकर आज से तीन दिनों तक जिले में भारी वर्षा, आंधी-तूफान एवं वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इसको गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने लोगों को सावधान करते हुए एडवाइजरी जारी की है।

एडवाइजरी में लोगों से घर पर रहने और मौसम सही होने का इंतजार करने के लिए कहा गया है। साथ ही अगर घर से निकलना बहुत जरूरी है तो मौसम की जानकारी और अपडेट के साथ ही बाहर निकलें। मोबाइल पर पल-पल की जानकारी लेते रहने को कहा गया है।

मास्क लगाने का सुझाव

धूल भरी आंधी का सामना होने पर आंखों को ढककर रखने और मास्क लगाने का सुझाव दिया है ताकि धूल के कारण संक्रमण नहीं हो। तूफान में फंसने की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर शरण लेने और अगर घर के अंदर हैं तो खिड़की दरवाजे से दूर रहने को कहा गया है।

तूफान के वक्त गाड़ी के अंदर रेडियो चलाने से आकाशीय बिजली की चपेट में आने का खतरा है। ऐसे में सावधानी बरतने को कहा गया है। अपर जिलाधिकारी जगदंबा सिंह ने बताया कि आकाशीय विद्युत से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव एवं पूर्व चेतावनी के लिए दामिनी ऐप का प्रयोग करने और राष्ट्रीय इन्टीग्रेटेड आपदा चेतावनी पोर्टल (सचेत) ऐप को डाउनलोड कर प्रयोग कर सकते हैं।

पहाड़ों पर बारिश से बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर

पहाड़ों पर बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। पिछले 24 घंटे में लगभग दो मीटर जल स्तर बढ़ा है। जल स्तर बढ़ने से संगम समेत अन्य गंगा के घाटों पर तीर्थ पुरोहित अपनी चौकियां तक हटाने लगे हैं। इसके अलावा संगम पर प्रसाद आदि की दुकानें भी हटने लगी हैं।

काली घाट, रामघाट, दशाश्वमेध घाट और फाफामऊ घाट पर भी तीर्थ पुरोहित अपने तख्त व सामान सुरक्षित स्थान पर रखने लगे हैं। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिकारियों के मुताबिक अभी जल स्तर और बढ़ेगा, हालांकि अभी बाढ़ की स्थिति नहीं उत्पन्न होगी।

फिलहाल निचले इलाके में सतर्कता बरतने के निर्देश दे दिए गए हैं। घाटों पर गोताखोरों को लगा दिया गया है। डीप वाटर बैरीकेडिंग को भी सुरक्षित किया जाने लगा है। नाविकों ने नावों को सुरक्षित रखने के लिए जतन किए हैं।