मुंबई। भारी बारिश के चलते महाराष्ट्र के रायगढ़ में बुधवार रात चट्टान खिसकने से 48 घर तबाह हो गए। हादसे में 13 लोगों की मौत हुई है, जबकि 75 लोगों का रेस्क्यू किया गया। 120 से ज्यादा लोग अभी मलबे में दबे हैं। इर्शालवाड़ी गांव में इन लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात है। मदद व पुनर्वासन मंत्री अनिल पाटिल ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो जख्मी लोगों को एयरलिफ्ट कराया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मृतकों के परिवार को महाराष्ट्र सरकार की तरफ से 5 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। राज्य के 4 जिलों में इन दिनों बाढ़ जैसे हालात हैं। रायगढ़ जिले में 6 में से 3 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें अंबा, सावित्री और पातालगंगा शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुंडलिका, गढ़ी और उल्हास नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। बाढ़ जैसे हालात के बीच राज्य में एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गई हैं। मौसम विभाग ने देश के 20 राज्यों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, 4 राज्यों में मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
रायगढ़ के जिलाधिकारी योगेश महासे ने बताया कि घटना मध्य रात्रि की है। एक टीम, जिसमें सब डिविजनल ऑफिसर और तहसीलदार शामिल हैं, घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। जिलाधिकारी ने बताया कि भूस्खलन जिस जगह हुआ, वहां पहुंचने के लिए दो घंटे की चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसकी वजह से राहत और बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण है। घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अधिकारियों को फोन कर घटना की जानकारी ली और गुरुवार सुबह वह घटनास्थल पहुंच गए। वहीं पनवेल और नवी मुंबई के सभी अस्पतालों को सूचित कर दिया गया है और उन्हें प्रभावितों को सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।  
वहीं मौसम विभाग ने गुरुवार को रायगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने एनजीओ से अपील की है कि वह एनडीआरएफ की मदद के लिए आगे आएं ताकि जल्द से जल्द बचाव कार्य को पूरा किया जा सके। एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। साथ ही चार एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद हैं। हादसा जिस जगह हुआ, वहां आदिवासी लोग रहते हैं। हादसे में घटनास्थल पर पांच-छह मकान और एक स्कूल सुरक्षित बच गए। बारिश के चलते 10-12 लोग स्कूल में रुके हुए थे, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई। वहीं पांच लोग मछली पकडऩे मोरबी बांध गए हुए थे, उनकी भी जान बच गई है।