जोधपुर । राजस्थान के जोधपुर शहर में मूसलाधार बारिश ने भीषण विनाशलीला की जिसके चलते पूरा जिला जलमग्न हो गया। भयावह हालात के मद्देनदर जिला कलेक्टर ने गुरुवार को तीसरे दिन भी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। यहां मानसून की मेहरबानी अब कहर बन गई है। आसमानी आफत से लोग सकते में हैं। जोधपुर जिले के बालेसर का बैठवासियां बांध टूट गया है। इससे बांध का पानी आसपास के गांवों में घुस गया है। लोग अब बारिश के आगे हाथ जोड़ते हुये इसके रुकने की प्रार्थना कर रहे हैं। सोमवार शाम को शुरू हुआ बारिश का सिलसिला बुधवार रात तक रुक-रुककर जारी रहा।  बारिश से अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है।
जोधपुर में बुधवार रात तक बीते 46 घंटे से बारिश का सिलसिला चलता रहा है। बारिश कभी धीमी पड़ती है तो कभी रौद्र रूप धारण कर लेती है। इससे इस अवधि में 262 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है। नदी नाले उफान पर हैं तो जोधपुर शहर में कई जगहों पर पानी का भारी जमाव है। हालत के मद्देनजर ट्रेनें और रोडवेज के पहिए मंगलवार से ही थमे हुये हैं। कई ट्रेनों के समय में परिवर्तन किया जा चुका है। रोडवेज की बसें मंगलवार को दोपहर में ही बंद कर दी गई थी।
बारिश के चलते जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने निजी और सरकारी स्कूल में फिर एक दिन का अवकाश घोषित कर दिया है। अब 28 जुलाई को भी अवकाश रहेगा। बारिश के बिगड़े हालात का जायजा लेने के लिये जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़ बुधवार को खुद शहर के पुराने भवनों और भीतरी शहर का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे। मारवाड़ के जोधपुर शहर समेत इसके ग्रामीण इलाको के अलावा इस संभाग के जालोर, भीनमाल, पाली और सिरोही में भी बादल जमकर बरसे हैं। इससे यहां अतिवृष्टि जैसे हालात हो गये हैं। सड़कें जबर्दस्त तरीके से क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। वाहनों के पहिये थमे हुये हैं। बारिश से जोधपुर शहर के निचली बस्तियां जलमग्न हैं। घरों में बरसाती पानी घुसने से बेजा परेशानी उठानी पड़ रही है।
जोधपुर जिले के बिलाड़ा और बालेसर में भी बारिश का पानी कहर ढा रहा है। यहां बालेसर का बैठवासियां बांध बुधवार को सुबह ही टूट गया।  इससे पानी का सैलाब निकल पड़ा। यह पानी आसपास के गांवों में घुस गया। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया।  बिलाड़ा के निकटतर्वी बरना गांव में भी कच्चे पक्के मकानों की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। सूरसागर के गेंवा गांव में लोगों के घरों में पांच-पांच फीट तक पानी भर गया।  इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली भी नहीं थी।  ऐसे में एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर कई परिवार को पानी से बाहर निकाला। बारिश से बाद के हालात को देखते हुये जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। वहीं जलभराव वाले स्त्रोतों से दूर रहने की अपील की है।