इंदौर।   कोरोना के दो साल तक होली के रंगों से दूर रहे सरकारी अधिकारी इस बार धुलेंडी पर ठेठ देसी रंग में रंगे नजर आए। कमिश्नर डा. पवन कुमार शर्मा और कलेक्टर मनीष सिंह के बंगले पर शुक्रवार को होली का ऐसा रंग जमा कि अधिकारियों ने रंगों की बौछार के साथ गोबर और कीचड़ से भी जमकर होली खेली। होली की मस्ती में रंगों का ऐसा सुरूर चढ़ा कि कुछ अधिकारियों के कुर्ते-पाजामे और टी-शर्ट तक फट गए।

कलेक्टर ने अपने बंगले पर परंपरागत होली का पूरा इंतजाम कर रखा था। बंगले के बगीचे में टेंट लगाकर दही-बड़ा, श्रीखंड, लस्सी, गुलाब जामुन सहित खान-पान का खासा इंतजाम किया था। कलेक्टर पहले कमिश्नर के आवास पर उन्हें रंग लगाकर होली की शुभकामना देने पहुंचे। बाद में कलेक्टर के बंगले पर एक-एक कर अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। देखते-देखते कलेक्टर के बंगले पर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल, अपर आयुक्त भव्या मित्तल, अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, अजयदेव शर्मा, राजेश राठौर, जिला पंचायत सीइओ वंदना शर्मा, वरिष्ठ जिला पंजीयक बालकृष्ण मोरे, सहकारिता उपायुक्त मदन गजभिये, एसडीएम शाश्वत शर्मा, अंशुल खरे, मुनीषसिंह सिकरवार, प्रतुल सिन्हा सहित तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों आदि अधिकारियों का जमघट लग गया

संगीत की धुन पर जमकर नाचे - 

कमिश्नर भी कलेक्टर बंगले पर ही होली खेलने आ गए। शुरुआत में रंग और गुलाल लगाया। जब थोड़े से रंग से मन नहीं भरा तो एक-दूसरे पर रंग के साथ पानी की बाल्टियां उड़ेली जाने लगी। तहसीलदार पल्लवी पुराणिक, नायब तहसीलदार हर्षा वर्मा, संगीता बोलिया, अर्चना गुप्ता ने संगीत की धुन पर सामूहिक नृत्य भी किया। रंगों ने अधिकारियों के बीच छोटे और बड़े का भेद खत्म कर दिया था। अधिकारियों ने कमिश्नर और कलेक्टर को हाथ और पैरों से पकड़कर रंगों में डुबो दिया। देर तक यहां होली खेलने के बाद सभी कमिश्नर के बंगले पर पहुंचे। यहां मस्ती अपने चरम पर पहुंच गई थी। कमिश्नर के बंगले पर तो अधिकारियों ने कीचड़ और गोबर से भी होली खेली। इस दौरान अपर कलेक्टर बेड़ेकर, शर्मा, एसडीएम शर्मा, सिन्हा, मोरे, गजभिये के कपड़े भी फाड़ने लगे।