जयपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने 28 मई को मनाए जाने वाले  अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस के अंतर्गत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला में बुधवार को होटल क्लार्क आमेर में आयोजित महिला अधिकारिता विभाग के अधिकारियों की एक दिवसीय क्षमता वर्धन कार्यशाला में आई एम शक्ति उड़ान योजना के तहत माहवारी स्वच्छता प्रबंधन जागरूकता पोस्टर एवं लघु फिल्म का  विमोचन किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा है कि प्रदेश में किशोरियों एवं महिलाओं को चरणबद्ध  नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाने के साथ ही उनमें माहवारी स्वच्छता प्रबंधन हेतु जागरूकता भी लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की महत्वकांक्षी आई एम शक्ति उडा़न योजना आने वाले समय में समूचे देश में एक रोल मॉडल योजना के रूप में उभरेगी।

महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने कहा कि आज भी माहवारी को लेकर महिलाएं रूढ़िवादिता का शिकार हैं। जिसके चलते उन्हें बांझपन एवं बच्चेदानी की कैंसर जैसी घातक बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस पीड़ा को समझा है। उनकी दूरदृष्टि का ही सुपरिणाम है कि प्रदेश में आई एम शक्ति उड़ान योजना शुरू की गई है ।

श्रीमती भूपेश ने कहा कि निरोगी राजस्थान के उद्देश्य को पूरा करने में महिला एवं बाल विकास विभाग महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम निश्चित रूप से उड़ान योजना के तहत महिलाओं में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए जागरूकता लाने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि नि:शुल्क सैनिटरी नैपकिन वितरण और जागरूकता कार्यक्रम इसके लिए सफलतम कारक साबित होंगे।

महिला में बाल विकास मंत्री ने फील्ड में काम कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में  तथा उसके बाद  आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साथी एवं प्रचेता निरंतर बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग आधी आबादी का मार्गदर्शक एवं चिंतक विभाग है।

महिला में बाल विकास मंत्री ने महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों को महत्वपूर्ण बताते हुए विभागीय उपलब्धियों और लाभकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि विभाग द्वारा ड्रॉपआउट बालिकाओं को पुनः शिक्षा से जोड़ा गया है। बालिकाओं को कंप्यूटर शिक्षा  से भी जोड़ा गया है।

उन्होंने आई एम शक्ति महिला उद्यम प्रोत्साहन योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना में महिलाओं को स्वयं का उद्योग स्थापित करने के लिए अनुदानित लोन उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने महिला नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण में महिला नीति कारगर साबित होगी।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव श्री दिनेश कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा कि आई एम शक्ति  उड़ान योजना के तहत निशुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरण के साथ ही माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए किशोरियों एवं महिलाओं को जागरूक किया जाना भी आवश्यक है। शासन सचिव ने विभागीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को पूरी  क्षमता के साथ जन जन तक पहुंचाने के लिए कार्य किया जाना आवश्यक है। उन्होंने विभिन्न योजनाओं की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्हें लागू करने के लिए अधिकारियों का मार्गदर्शन करने के साथ ऐसा करने के लिए प्रेरित भी किया। उन्होंने कहा कि विभाग पीड़ित महिलाओं की  समस्याओं के निस्तारण करने और  सक्षम  महिलाओं को भी समुचित अवसर प्रदान कर उनकी प्रगति में सहयोग करने की भूमिका का निर्वहन कर रहा है।

आयुक्त महिला अधिकारिता एवं निदेशक आईसीडीएस श्री रामावतार मीणा ने क्षमता वर्धन कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि आई एम शक्ति उड़ान योजना को महिलाओं के सम्मान और गरिमा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से पहल के रूप में शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना को फील्ड में सफलतापूर्वक लागू करने के लिए विभागीय अधिकारियों को महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना होगा।

कार्यक्रम के आरंभ में  यूएनएफपीए के स्टेट हेड श्री दीपेश ने महावारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।

इस अवसर पर विशिष्ट सहायक श्री सीएल वर्मा, अतिरिक्त निदेशक महिला अधिकारिता श्रीमती आभा जैन, अतिरिक्त निदेशक महिला अधिकारिता श्रीमती प्रीति माथुर एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के राज्य जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे। 

एक दिवसीय क्षमता वर्धन कार्यशाला में उड़ान योजना के अन्तर्गत जागरूकता सम्बन्धी नवाचारों पर विस्तृत चर्चा करते हुए समस्त जिलों में भी 27 मई तथा 28 मई को जिला एवं पंचायात स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के सम्बन्ध में विस्तृत निर्देश जारी किये।