अजमेर। अजमेर जिले में एक जीजा ने अपने साले को ट्रेलर से रौंदकर मार डाला। जीजा इस बात से खफा था कि वह उसकी पत्नी को उसके पास नहीं भेज रहा था। यह घटना अजमेर जिले के सावर थाना क्षेत्र में 8 दिसंबर को हुई थी। पहले पुलिस इसे सड़क दुर्घटना मान रही थी। जांच में यह मामला हत्या का निकला। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए जीजा को गिरफ्तार कर लिया है। 
  थानाप्रभारी रामस्वरूप चौधरी ने बताया कि 8 दिसंबर को सावर के कुशायता रोड़ पर एक ट्रेलर की चपेट में आने से गोरधा निवासी पोस्टमैन गोपाललाल मीणा की मौत हो गई थी। हादसे में गोपाल का मासूम पुत्र दिव्यांश घायल हो गया था। सावर में डाक विभाग में कार्यरत गोपाल मीणा सावर के ही जागृति स्कूल में पढ़ने वाले पुत्र दिव्यांश को लेकर अपने गांव जा रहा था। इसी दौरान एक अज्ञात ट्रेलर टक्कर मारकर फरार हो गया। हादसे के बाद अज्ञात वाहन की तलाश में एक स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया था। 
  जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक ट्रेलर 8 दिसंबर को सुबह 8 बजे पण्डेर से सावर की और से और आना पाया गया। गंधेर के पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी फुटेज में यह ट्रेलर दुर्घटना के बाद तेज गति से सावर से पण्डेर की तरफ जा रहा था। ट्रेलर नंबरों के आधार पर पुलिस ने पड़ताल की तो ट्रेलर का चालक मृतक गोपाल का जीजा भानुप्रताप सिंह मीणा निकला। पुलिस ने जब मामले में जांच की तो सामने आया की गोपाल ने अपनी बहन लीला की 3 साल पहले सरसिया निवासी भानुप्रताप सिंह के साथ सामाजिक रीति रिवाज से शादी की थी।
  इस शादी के कुछ समय बाद ही भानुप्रताप और उसकी बहन के बीच मनमुटाव होने लग गया था। इससे लीला अपने पीहर ही रहने लग गई थी। करीब चार माह पहले भानुप्रताप अपने ससुराल में पत्नी को लेने आया था। इसी दौरान गोपाल और भानुप्रताप के बीच कहासुनी हो गई। कहासुनी के दौरान साले गोपाल ने अपने जीजा भानुप्रताप को गोरधा जाने पर जान से मारने की धमकी दी थी।
  भानुप्रताप 4 साल से शाहपुरा की एचएम लॉजिस्टिक कंपनी का ट्रेलर चलाता था। करीब 3 माह पहले ट्रेलर चलाने बाहर चला गया। इस बीच 4 नवंबर को गोपाल ने अपनी बहन लीला का किसी और के साथ विवाह कर दिया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद से ही भानुप्रताप अपने साले को मारने की फिराक में था।
  इसके बाद पुलिस ने वाहन पर लगे जीपीएस और सीडीआर की जांच की। जांच में सामने ने आया कि 7 दिसंबर को भानुप्रताप को भीलवाड़ा की जिंदल फैक्ट्री में ट्रेलर भरने जाना था। भानुप्रताप ने अपने साले को मारने के लिए ट्रेलर को भीलवाड़ा नहीं ले जाकर टोंक देवली के रास्ते अपने गांव सरसिया ले गया। गांव जाकर उसने आपने मोबाइल से मुख्य सिम कार्ड को बंद कर दिया और अपनी दूसरी सिम कार्ड डाल ली थी। गोपाल रोजाना अपने गांव गोरधा से सावर जाता था।