जयपुर । राजस्थान में कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं के नामों पर मुहर नहीं लगने के कारण अभी तक ‎‎लिस्ट अधर में ही लटकी हुई है। बता दें ‎कि मप्र और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अधिकतर सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है, लेकिन राजस्थान की लिस्ट अब तक जारी नहीं हुई है। यहां पर 200 सीटों वाली जंग के लिए करीब 100 नाम तय हो चुके हैं, लेकिन 3 बड़े नेताओं पर पेंच फंसा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, सीएम अशोक गहलोत उन तीन वफादारों पर सहमति नहीं ना पा रहे है, जिनको पिछले साल विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने के लिए जिम्मेदार बाया गया। इनमें दो मंत्री भी शामिल हैं। गौरतलब है ‎कि दिल्ली में बुधवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में हुई बैठक में 100 सीटों पर उम्मीदवार चुन लिए गए। सूत्रों से ‎मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस सेट्रल इलेक्शन कमिटी की बैठक में अशोक गहलोत के तीन वफादारों शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को लेकर गंभीर चर्चा हुई। सीएम गहलोत ने तीनों के खिलाफ आई रिपोर्ट के बाजवूद टिकट देने की इच्छा जाहिर की जबकि पार्टी उनसे सहमत नहीं है। 
फिलहाल तीनों के नाम पेंडिंग लिस्ट में डाले गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस के सचिव धीरज गुज्जर भी पेंडिंग लिस्ट में है, जो यूपी के प्रभारी हैं और बड़े नेताओं के करीबी हैं। हालां‎कि बैठक में सर्वे एजेंसियों और उनकी रिपोर्ट पर भी चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक एक वरिष्ठ नेता पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर भी चर्चा हुई। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान से गुजरते समय भी यह मुद्दा बना था। बताया जाता है कि राहुल गांधी ने सिर्फ उस नेता के नाम पर आपत्ति जताई जबकि 106 नामों की चर्चा हुई। अब चार नामों पर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व लेगा। हालांकि, गहलोत अपने वफादारों के लिए एक बार फिर प्रयास कर सकते हैं।