भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैच की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में कंगारू टीम को पारी और 132 रन से हार का सामना करना पड़ा। नागपुर में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 177 और दूसरी पारी में 91 रन बना पाई। यह मैच पूरे तीन दिन तक भी नहीं चला। भारत के रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के सामने कंगारू बल्लेबाज बेबस नजर आए।नागपुर में करारी हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने स्पिन पिच पर अभ्यास करने का प्लान बनाया था। कंगारू टीम चाहती थी कि रविवार को खिलाड़ी इस पिच पर अभ्यास करें और दिल्ली में होने वाले दूसरे मैच की तैयारी करें। हालांकि, ऐसा हुआ नहीं। नागपुर के पिच क्यूरेटर ने शनिवार को ही पिच में पानी डाल दिया और ऑस्ट्रेलिया के अभ्यास करने के प्लान पर भी पानी फिर गया।

इसके बाद से कंगारू तिलमिलाए हुए हैं।ऑस्ट्रेलिया का पूरा ध्यान अभी भी पिच पर ही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर इयान हीली ने इस मामले में आईसीसी से हस्तक्षेप करने को कहा है। हीली ने कहा, "नागपुर के उस विकेट पर कुछ अभ्यास सत्र आयोजित करने की हमारी योजना को विफल करना वास्तव में शर्मनाक है। यह अच्छा नहीं है, यह सिर्फ क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है। आईसीसी को यहां कदम रखने की जरूरत है। जब अभ्यास के लिए अनुरोध किया गया था तो उनके लिए विकेट पर पानी डालना दुखद था और इसमें सुधार करना होगा।"

मैच से पहले भी कुछ ऑस्ट्रेलियाई पत्रकारों और पूर्व क्रिकेटरों ने भारतीयों पर अपनी जरूरत के मुताबिक पिच में बदलाव करने का आरोप लगाया था। मैच में, भारत ने पहली पारी में 400 रनों का विशाल स्कोर बनाया, जबकि ऑस्ट्रेलिया दो पारियों में कुल मिलाकर 268 रन ही बना सका। नई दिल्ली में होने वाले दूसरे टेस्ट में पिच से एक बार फिर स्पिनरों को सहायता मिलने की उम्मीद है। दौरे पर एक भी अभ्यास मैच नहीं खेलने वाला ऑस्ट्रेलिया अपने दम पर अभ्यास कर रहा है, लेकिन उसकी योजना फिलहाल उल्टी पड़ती दिख रही है और हार का ठीकरा भारत की पिच और पिच क्यूरेटर पर फोड़ा जा रहा है।