नई दिल्ली । आम चुनाव से पहले विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को सत्ता से हटने की तैयारी में जुट गए। इसके लिए विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन को नया नाम इंडिया देकर नई चाल चली, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन मुजाहिद्दीन, पीएफआई और ईस्ट इंडिया कंपनी का हवाला देकर विपक्षी दलों पर करारा प्रहार कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष बिल्कुल दिशाहीन है, और उसके नाम बदल लेने से जनता झांसे में नहीं आएगी। दरअसल पीएम मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक को संबोधित कर विपक्ष पर जोरदार हमला किया। 
दरअसल, मणिपुर में महिलाओं संग हुए अमानवीय अत्याचार का वीडियो सामने आने के बाद से विपक्ष संसद में प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर अड़ा है। उधर, सत्ता पक्ष का कहना है कि वह मणिपुर सहित किसी भी मुद्दे पर चर्चा से परहेज नहीं कर रहा है, लेकिन विपक्ष को अपना अड़ियल रुख छोड़ना होगा। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि केंद्र सरकार भी चाहती है कि मणिपुर की सच्चाई देश के सामने आए। इसलिए विभागीय मंत्री के रूप में चर्चा में भाग लेने को तैयार हैं।
हालांकि, विपक्ष की मांग है कि मणिपुर कांड पर संसद में चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना बयान देकर शुरू करें। सत्ता और विपक्ष के बीच इसी रस्साकसी के कारण लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दोनों सदनों में कामकाज ठप्प पड़ा हुआ है। मंगलवार को संसद की कार्यवाही फिर से बाधित हुई तब बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद रहे। इस बैठक में पीएम ने विपक्ष के रवैये की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसा दिशाहीन विपक्ष आजतक नहीं देखा। पीएम ने कहा कि विपक्ष को मुगालता है कि वहां नाम बदलकर आम जनता को झांसा दे देगा, लेकिन जनता सब समझती है। पीएम ने कहा कि इंडिया रख लिया तब क्या लोगों की नजर में उसकी छवि बदल जाएगी? पीएम मोदी ने कहा, आतंकवादी संगठनों इंडियन मुजाहिद्दीन और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं भारत को गुलाम बनाने वाली ब्रिटिश कंपनी ईस्ट इंडिया के नामों में भी इंडिया शब्द जुड़ा है। इसका मतलब क्या वहां भारत हितैषी थे?
पीएम के हमले के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री विपक्ष को कोसते-कोसते देश को कोसने लगे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी को उन्हीं की स्टाइल में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष दिशाहीन नहीं है बल्कि देश को ऐसा प्रधानमंत्री कभी नहीं मिला।