भारतीय रुपया 19 जुलाई के कारोबारी सेशन में पहली बार 80 का लेवल पार कर चुका है। माना जा रहा है कि रुपये में यह गिरावट वैश्विक बाजारों मंदी की आशंका, अमेरिका में लगातार बढ़ रही महंगाई और क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी के कारण आई है। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया मंगलवार को चार पैसे कमजोर होकर खुला है।भारतीय रुपया मंगलवार को पहली बार 80 रुपये प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर गया है। भारतीय रुपये में पिछले एक वर्ष के दौरान लगभग सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय मुद्रा मंगलवार को अपने पिछले कारोबारी दिन की तुलना में 79.9775 से गिरकर मंगलवार को शुरूआती बाजार में 80.0175 रुपये प्रति डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। बाजार के जानकारों के अनुसार भारतीय रुपया मंगलवार को 79.85 से 80.15 के रेंज के बीच कारोबार कर सकता है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक दिन पहले सोमवार को ही कहा था कि भारतीय रुपये की कीमतों में दिसंबर 2014 के बाद से अबतक अमेरिकी डॉलर की तुलना में 25 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है।