ग्वालियर :   पिछले दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया ने परिवार के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उनके बेटे महाआर्यमन सिंधिया भी थे। इस मुलाकात के साथ ही कयास लगाए जा रहे थे सिंधिया राजघराने के युवराज की सियासी लॉन्चिंग होगी। अब ग्वालियर से इनकी लॉन्चिंग हो गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन की नवीन कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष पद  की जिम्मेदारी संभालेंगे। किसी भी संस्था और संगठन में उनका यह पहला पद है। कहा जा रहा है कि महाआर्यमन क्रिकेट की पीच से अपनी सियासी पारी को आगे बढ़ाएंगे।

दरअसल, पहले से भी सिंधिया राजघराने का एमपी में क्रिकेट एसोसिएशन पर दबदबा रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की रुचि भी क्रिकेट में खूब है। ग्वालियर में उनकी पहल से भव्य क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। 27 मार्च को ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन की एजीएम हुई थी। इस दौरान जीडीसीए अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया और वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा हुई थी। अब कार्यकारिणी को महाराज की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। उन्होंने इस बार पद खुद से छोड़ने का फैसला किया है। महाराज की जगह इस बार प्रशांत मेहता अध्यक्ष बने हैं। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी व्यस्तताओं की वजह से पद छोड़ने का फैसला किया है। वहीं, सिंधिया राजघराने के युवराजों की अपनी सार्वजनिक जीवन की शुरुआत क्रिकेट से ही की है। ऐसे में माना जा रहा है कि महाआर्यमन की भी सियासी लॉन्चिंग हो गई है। वह जल्द ही अब सक्रिय दिखेंगे।

 

गौरतलब है कि महाआर्यमन सिंधिया ने 2019 में अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है। इसके बाद से ही वह अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। साथ ही कई बार सार्वजनिक कार्यों में नजर आ चुके हैं। इस लेकर उनके बारे में कई बार कयास लगाए जाते हैं। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि उनकी राजनीति में एंट्री जल्द हो सकती है। 2023 के विधानसभा या 2024 के लोकसभा चुनाव में महाआर्यमन सिंधिया चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। वहीं, सिंधिया राजघराने की तरफ से महाआर्यमन की लॉन्चिंग को लेकर कुछ नहीं कहा गया है।