जयपुर | भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) पर देश के पहलवानों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है। डब्ल्यूएफआई पर अपने मनमाने नियम पहलवानों पर थोपने का आरोप है। भारत की झोली में मेडल डालकर देशवासियों को गौरव का अनुभव कराने वाले देश के नामचीन पहलवानों ने इसका विरोध जताते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। दिल्ली में धरनारत इन पहलवानों के समर्थन में अब कृष्णा पूनिया भी उतर आईं हैं।

उन्होंने इस मामले की निंदा करते हुए जयपुर में धरना शुरू कर दिया है।महिला पहलवानों के समर्थन उतरीं राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष और कांग्रेस नेता कृष्णा पूनिया जयपुर के अमर जवान ज्योति स्थल पर धरने पर बैठ गईं हैं। पूनिया ने कहा महिला खिलाड़ियों का इस तरह से शोषण करना बहुत ही शर्मनाक है। मैं पहलवानों के साथ हूं और उनका समर्थन करतीं हूं। साथ ही डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग करती हूं।

खिलाड़ियों के इस विरोध प्रदर्शन को कई लोगों का समर्थन मिल रहा है। पहलवानों के इस प्रदर्शन को विपक्ष तो समर्थन कर ही रहा है। वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी सरकार से इस मसले पर पहलवानों को न्याय दिलाने की मांग की है। राकेश टिकैत ने ट्वीट कर लिखा, "पूरे विश्व में देश का सिर गर्व से ऊंचा करने वाले पहलवानों को धरने पर बैठना पड़ रहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारियों पर लगे आरोप बहुत गंभीर है। भारत सरकार मामले का संज्ञान ले और गांव की मिट्टी से जुड़े खेल और खिलाड़ियों को न्याय दिलाने का काम करे।"