प्यॉगयाग। नॉर्थ कोरिया में एक ईसाई परिवार को सिर्फ अपने धर्म का पालन करने और बाइबिल रखने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा दे दी गई। सजा पाने वालों में परिवार का 2 साल का बच्चा भी शामिल है। ये खुलासा अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट की धार्मिक आजादी को लेकर जारी की गई रिपोर्ट में हुआ है। मामला 2009 का बताया जा रहा है। रिपोर्ट में दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया में बाइबिल रखने पर लोगों को आजीवन कारवास से लेकर मौत की सजा तक दी जा रही है। 2022 में नॉर्थ कोरिया ने 70 हजार से ज्यादा ईसाई धर्म के लोगों को जेल में डाला दिया था।