सैन फ्रांसिस्को । इस्केल एआई की को-फाउंडर लुसी गुओ दुनिया की दूसरी सबसे अमीर सेल्फ मेड महिला हैं। लुसी ने साल 2018 में स्केल एआई  छोड़ दिया था। सेल्फ मेड अमीर महिलाओं की लिस्ट में फोर्ब्स ने काइली जेनर के बाद लुसी गुओ को रखा है। कंपनी में उनकी करीब 6 फीसदी की हिस्सेदारी है। लूसी बचपन से ही कोडिंग की तरफ आकर्षित थीं और माता-पिता की तरफ से उनपर थोड़ा प्रेशर भी था। लूसी के माता-पिता इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे और लूसी को तकनीकी फील्ड में जाने के लिए मना करते थे। उनका मानना था कि इस फील्ड में लड़कियों के लिए सफलता पाना मुश्किल है। हालांकि, लूसी ने फिर भी अपने मन का काम किया और आगे बढ़ीं।
लूसी ने कंप्यूटर साइंस की डिग्री लेने के लिए कार्नीज मेलन में दाखिला लिया था, लेकिन 2014 में थील फेलोशिप मिलने के बाद उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया। इस फेलोशिप के जरिए युवाओं को 1 लाख डॉलर दिए जाते हैं। स्कॉलरशिप किसे मिलेगी इसका चयन उनकी काबिलियत के बल पर होता है। आगे चलकर लूसी ने फेसबुक में इंटर्नशिप की और उसके बाद उन्होंने कोरा और स्नैपचैट में प्रोडक्ट डिजाइनर के तौर पर हायर कर लिया गया।लूसी की मुलाकात एलेक्जेंडर से 2015 में हुई थी। दोनों अपनी फील्ड के मास्टर थे और मुलाकात के पहले ही साल में उन्होंने स्केल एआई  की शुरुआत कर दी थी। 
लूसी और वांग की जोड़ी ने दो सालों में ही कमाल कर दिखाया। उनकी कंपनी को लोगों ने सराहा और उन्हें फंडिंग भी मिली। 2018 में लूसी और वांग का साथ छूट गया। ऐसा क्यों हुआ उसकी कोई वजह सामने नहीं आई, लेकिन लूसी अब भी उस कंपनी की 6 प्रतिशत की हिस्सेदार हैं। कंपनी छोड़ने के बाद लूसी ने अपने कई प्रोजक्ट्स पर काम किया। उन्होंने बैकएंड कैपिटल की शुरुआत की और उसके बाद पासेस कंपनी को ज्वाइन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लूसी का नेट वर्थ लगभग 440 मिलियन डॉलर का है। उन्होंने कोडिंग के साथ-साथ फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट और बिजनेस मॉडल्स के सहारे भी अपना बैंक बैलेंस बढ़ाया है। 
स्केल एआई के बाद उन्होंने बैकएंड कैपिटल की भी स्थापना की। लूसी फिलहाल पासेस की सीईओ के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें उनकी फिटनेस के लिए भी जाना जाता है और उनकी गिनती दुनिया के सबसे फिट सीईओ में से एक में होती है।बता दें कि स्केल एआई की नेटवर्थ फिलहाल 7.3 बिलियन डॉलर है। लूसी ने कॉलेज के दिनों में वांग के साथ मिलकर इस मल्टी मिलियन डॉलर कंपनी की शुरुआत की थी। लूसी ने न सिर्फ तकनीक की दुनिया में, बल्कि फाइनेंस की फील्ड में भी अपना नाम बना लिया है। उन्हें लोग रोल मॉडल मानने लगे हैं।