नई दिल्‍ली । इस समय हिंडन नदी का जलस्‍तर जलगातार बढ़ रहा है, यह खतरे के निशान से ऊपर आने के बाद नोएडा और गाजियाबाद में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस कारण से नदी के आसपास तथा सटे इलाकों से लोगों को हटाया जा रहा है। बाढ़ आने से पहले ही लोगों को ‎‎विस्था‎पित करने के ‎लिए यूपी प्रशासन समय रहते अलर्ट कर रहा है। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमों द्वारा उन्‍हें सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया जा रहा है। गौरतलब है ‎कि हिंडन यमुना की एक सहायक नदी है, जो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद फिर से उफान पर है। शनिवार को ही नदी का पानी आसपास के क्षेत्रों में फैल गया था और लोगों के घरों तक आ गया। नोएडा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुरेश राव ए. कुलकर्णी ने बाढ़ के हालातों पर जानकारी देते हुए बताया ‎कि छिजारसी से इकोटेक तक तीन निचले इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। लोगों को उनके घरों से निकाला गया। 
हालांकि, नदी अभी तक कहीं भी खतरे के निशान को पार नहीं कर पाई है। कुलकर्णी के मुताबिक एहतियात के तौर पर जगह-जगह पुलिस टीमें तैनात की गई हैं। लोगों को नजदीक के स्कूलों और बारात घरों में रहने के लिए कहा गया है। उनके लिए उचित व्यवस्था की गई है। हम जल स्तर पर नजर रख रहे हैं। उधर, दिल्ली में यमुना नदी रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गई। आज सुबह 8 बजे पुराने यमुना ब्रिज पर जलस्तर 205.9 मीटर दर्ज किया गया। यमुना नदी का खतरे का निशान 205.33 मीटर है। बीती 13 जुलाई को यमुना का जलस्‍तर 208.66 तक पहुंच गया था। यह अबतक के इतिहास में सबसे ऊंचा जलस्‍तर है।