जयपुर | भाजपा से पांच बार सांसद का चुनाव लड़ने के बाद महरिया ने निर्दलीय और कांग्रेस से भी सांसद का चुनाव लड़ा था। सचिन पायलट ने महरिया को कांग्रेस जॉइन कराई थी। लेकिन अब वह पार्टी को विदा कहकर बीजेपी में जा रहे हैं। राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी को इससे बड़ा झटका लगा है और शेखावाटी का एक दिग्गज जाट चेहरा कांग्रेस पार्टी से निकलकर बीजेपी का दामन थाम रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया शुक्रवार को सुबह 11.30 बजे जयपुर में प्रदेश भाजपा कार्यालय में फिर से भाजपा में शामिल हो जाएंगे। हालांकि सुभाष महरिया के लिए यह घर वापसी है, क्योंकि वह पूर्व में बीजेपी में रहे हैं। लेकिन उन्हें कांग्रेस में सचिन पायलट लेकर आए थे। पार्टी में खुद सचिन पायलट की नहीं चल रही, इसलिए अपना राजनीतिक भविष्य देखते हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले महरिया ने बीजेपी का दामन थामना ही उचित समझा।

रिटायर्ड IPS अफसर रामदेव खैरवा, राजपूत करणी सेना के संरक्षक रहे स्वर्गीय लोकेंद्र सिंह कालवी के बेटे और पोलो प्लेयर भवानी सिंह कालवी और राजस्थान यूनिवर्सिटी के NSUI से पूर्व छात्र संघ महासचिव रहे नरसी किराड़ भी शुक्रवार को बीजेपी की सदस्यता लेंगे। बीजेपी प्रदेश कार्यालय में सुबह करीब 11.30 बजे चारों को सदस्यता ग्रहण करवाई जाएगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड, जोइनिंग कमेटी सदस्य विधायक वासुदेव देवनानी और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर की मौजूदगी में ये पार्टी ज्वाइन करेंगे।

विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में नेताओं की घर-वापसी का दौर फिर से शुरू हो गया है। घनश्याम तिवाड़ी, राजकुमार रिणवां, जयदीप डूडी,पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे, पूर्व विधायक जगत सिंह, किशनाराम नाई की बीजेपी में घर वापसी पहले ही हो चुकी है। घनश्याम तिवाड़ी तो राज्यसभा सांसद भी बन चुके हैं। लेकिन वसुंधरा राजे खेमे के पूर्व मंत्री रहे देवी सिंह भाटी, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र गोयल और पूर्व विधायक विजय बंसल समेत कई चेहरे अभी भी बीजेपी में आने की राह देख रहे हैं।