रेशमा उर्फ नैना मंगलानी, उम्र 22 साल 19 जनवरी 2020 को पति अयाज अहमद अंसारी के साथ स्कूटी से घर निकली। उसे उम्मीद थी कि शायद अब उसके और अयाज के बीच सब कुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन इस उम्मीद के साथ घर से निकली नैना धोखे और खूनी साजिश का शिकार हो गई। वह फिर कभी वापस घर नहीं आई, परिजनों ने उसे कई बार कॉल किया, लेकिन हर बार उसका फोन बंद आया। घर में दो महीने के बच्चे को छोड़कर गई नैना देर रात तक वापस नहीं लौटी तो उसके परिवार वालों को चिंता और बढ़ गई। उन्होंने नैना की तलाश शुरू की, उसके दोस्तों और आसपास के रिश्तेदारों से पता किया गया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने उसके पति अयाज को कॉल किया तो उसने भी जानकारी होने से मना कर दिया। कोई और रास्ता नहीं दिखने पर नैना के परिवार वाले थाने पहुंचे और उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। किसी पर शक होने के सवाल पर परिजनों ने पुलिस को अयाज का नाम बताया, क्योंकि नैना अपने उसी के साथ घर से निकली थी।

नैना राजस्थान के जयपुर के आमेर की रहने वाली थी। उसका परिवार एक प्रतिष्ठित परिवार था। ऐसे में पुलिस भी तत्काल सक्रिय हो गई। नैना की तलाश के लिए एक टीम बनाई गई और सबसे पहले उसके पति अयाज को पूछताछ के लिए बुलाया गया। अयाज ने पुलिस को बताया कि वह खुद नैना के लिए परेशान है, जगह-जगह उसकी तलाश कर रहा है। अगले दिन 21 जनवरी की सुबह आमेर पुलिस को सूचना मिली कि जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे के पास स्थित माता मंदिर के पास एक युवती की लाश पड़ी हुई है। पहचान छिपाने के लिए उसका चेहरा बुरी तरह कुचला गया था। लेकिन, परिजनों की पहचान के बाद ये साफ हो गया कि ये लाश किसी और की नहीं, बल्कि नैना की ही थी। बेटी का शव मिलने के बाद नैना के पिता ने अयाज के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया। जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। फेसबुक के जरिए मिले अयाज के साथ मंदिर में शादी और फिर धर्म बदलकर  निकाह करने वाली नैना उर्फ रेशमा अब इस दुनिया में नहीं थी। पुलिस के सामने 22 साल की नैना की लाश थी और खूनी साजिश के पीछे छिपे कुछ सवाल। आइए, अब नैना से रेशमा बनी इस लड़की के कत्ल की कहानी सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं...।

नैना के हत्यारे की तलाश के पुलिस की टीमें गठित की गई। पुलिस ने सबसे पहले नैना के फोन की सीडीआर निकलवाई। साथ ही जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि नैना खूबरसूरत होने के साथ ही खुले विचारों वाली लड़की थी। सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती थी। फेसबुक पर उसके हजारों फॉलोअर्स थे। यहां वो फोटो और वीडियो पोस्ट करती रहती थी। उसके कई दोस्त थे जिन से वह कॉल पर भी बात किया करती थी। साथ ही स्कूटी से उनके साथ घूमने- फिरने भी जाया करती थी। ऐसे में नैना की हत्या को लेकर पुलिस के सामने कई सवाल थे। लेकिन, नैना की हत्या की खबर अब सोशल मीडिया पर आ गई थी। उसके फॉलोअर्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया। वहीं, नैना के प्रतिष्ठित परिवार से होने के कारण भी मामला तूल पकड़ रहा था। ऐसे में तत्कालीन डीसीपी क्राइम अशोक गुप्ता ने केस अपने हाथ में लेकर एक स्पेशल टीम का गठन किया। 

इस टीम ने एक बार फिर शुरू से शुरुआत की। नैना के पिता ने अयाज पर हत्या का आरोप लगाया था। ऐसे में एक बार फिर अयाज को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। लेकिन, इस बार टीम के पास कुछ सबूत भी थे जो अयाज पर शक को गहरा कर रहे थे। पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज लगा था जिसमें दोनों साथ जाते हुए दिखाई दे रहे थे। पुलिस ने अयाज से पूछताछ की तो वह फिर से राग अलापने लग गया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया और फिर पूछताछ शुरू की। आखिरकार अयाज ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्यारे अयाज ने पुलिस को बताया कि वह जयपुर के धारगेट सराय मोहल्ला में रहता है। साथ ही एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता है। नैना उर्फ रेशमा की तरह वह भी फेसबुक पर सक्रिय रहता था। एक दिन वह फेसबुक यूज कर रहा था, तभी उसे नैना का अकाउंट दिखा। उसने नैना की तस्वीरें देखी तो उसे पहले ही नजर में उससे प्यार हो गया। इसके बाद उसने नैना को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी, कुछ ही देर में नैना ने उसे एक्सेप्ट कर लिया। 

इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई और वे बातें करने लगे। जुलाई 2017 तक दोनों सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए ही बातें करते थे। इसी बीच नैना क्रेडिट कार्ड बनवाने एक कंपनी में गई तो अयाज उसे वहां मिल गया। दोनों फेसबुक फ्रेंड थे तो वे एक दूसरे को पहचान गए। इस मुलाकात में दोनों ने एक दूसरे के नंबर भी ले लिए। अब दोनों के बीच दोस्ती गहरी हो गई थी। वे घंटों तक फोन पर बातें किया करते थे। कुछ ही दिनों में दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया, वे मिलने भी लगे थे। लेकिन, अब दोनों बहुत आगे बढ़ चुके थे और अब शादी करके साथ रहना चाहते थे। दोनों का धर्म अलग-अलग होने के कारण परिवार वाले शादी के लिए राजी नहीं होते, इसलिए उन्होंने भागकर शादी करने का फैसला किया। अक्टूबर 2017 में नैना घर से भागकर अयाज के पास आ गई। पहले दोनों ने मंदिर में शादी की, फिर नैना ने अपना धर्म बदल लिया। वह नैना से रेश्मा बन गई और फिर उसने अयाज के साथ निकाह कर लिया। निकाह के बाद दोनों उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रहने लगे।

19 जनवरी 2020 को अयाज ने रेशमा को कॉल किया और अपने किए की माफी मांगी। अयाज ने कहा कि अब वह ऐसा कभी नहीं करेगा। उसने रेशमा से मिलने की बात कही तो वह भी मान गई। अयाज उसके घर आया फिर दोनों स्कूटी से घूमने के लिए निकल गए। पहले दोनों ने साथ बैठकर शराब पी और फिर घूमने निकल गए। रात हो गई थी, इसी बीच अयाज ने माता मंदिर जाने की इच्छा जताई। रेशमा ने पहले तो मना किया, लेकिन उसके जिद करने पर वह मान गई।दोनों पैदल-पैदल मंदिर की तरफ जाने लगे, इसी दौरान रेश्मा के पास किसी का कॉल आया और वह फोन पर बात करने लगी। इससे गुस्साए अयाज ने उसका फोन छीनकर फेंक दिया। रेशमा अपना फोन ढूंढने लगी, लेकिन अंधेरे के कारण मुश्किल हो रही थी। इसी दौरान पीछे से जाकर अयाज ने रेशमा को धक्का देकर जमीन पर गिराया और फिर उसे गला घोंटकर मार डाला।रेशमा की मौत होने के बाद अयाज घबरा गया। उसने पास में पड़े पत्थर से रेशमा का चेहरा कुचलना शुरू किया। अयाज ने उसका चेहरा इतनी बुरी तरह कुचल दिया कि उसकी पहचान करना संभव ना हो सके। इसके बाद वह वहां से भागकर घर आ गया। पुलिस ने इस घटना का खुलासा किया तो रेशमा के परिजन हैरान रह गए। आयाज के जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। फिलहाल केस को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही है।