रायपुर। देशभर में कामन काउंसलिंग के फेर में मेडिकल कालेजों में प्रवेश फंस गया है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में काउंसलिंग की प्रक्रिया आरंभ हो जानी थी, परंतु नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) अब तक शेड्यूल जारी नहीं कर पाया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय व राज्य कोटे की सीटों पर होने वाली अलग-अलग काउंसलिंग की व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। इसके लिए जून में एनएमसी ने छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों के चिकित्सा शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कामन काउंसलिंग को लेकर सहमति मांगी थी। राज्य चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी सहमति दे दी, किंतु अब तक एनएमसी की तरफ से दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। ऐसे में इस वर्ष मेडिकल प्रवेश की प्रक्रिया में देरी होना तय है।

राज्य या फिर केंद्र स्तर पर होगी काउंसलिंग प्रक्रिया?

चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य व केंद्र में आरक्षण व्यवस्था अलग-अलग है। ऐसे में प्रश्न है कि कामन काउंसलिंग की व्यवस्था लागू होने पर काउंसलिंग की प्रक्रिया राज्य स्तर पर होगी या केंद्रीय स्तर पर? साथ ही एक व्यवस्था किस तरह बनेगी। इन सभी विषयों पर संशय बना हुआ है। हालांकि, विभाग ने स्पष्ट कह दिया है कि एनएमसी के दिशा-निर्देश के आधार पर ही प्रवेश प्रक्रियाएं होंगी। चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. विष्णु दत्ता ने कहा कि कामन कांउसलिंग को लेकर एनएमसी ने पत्र लिखा था। हमने सहमति दी है, लेकिन अब तक दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं। चिकित्सा शिक्षा सचिव पी दयानंद ने कहा कि प्रवेश में आरक्षण को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। शासन को पत्र लिखा गया है। आशा है कि जल्द ही इसपर निर्णय होगा।