भोपाल। हाल ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली पराजय की समीक्षा को लेकर नईदिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मप्र के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में प्रदेश में मिली भारी हार को लेकर चिंता जताई गई। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ की गई बैठक में हार के कारणों पर गहराई से चिंतन करने की जरुरत बताई गई। बैठक में कांग्रेस के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, डा.गोविंद सिंह, ओमकार सिंह मरकाम, कमलेश्वर पटेल सहित राष्ट्रीय सचिव सह प्रभारी उपस्थित थे। प्रदेश के नेताओं से कहा गया कि लोकसभा चुनाव में कम समय बचा है, इसलिए इसकी तैयारियों में जुटें। संगठन की कमजोरियों को दूर करने पर फोकस करें। प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने बैठक में बताया कि 230 विधानसभा में से 199 सीटों पर कर्मचारियों के वोट हमें भाजपा से अधिक मिले हैं, लेकिन इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में हम पिछड़े हैं। कई सीटों पर अन्य दलों के प्रत्याशियों के कारण नुकसान पहुंचा तो कुछ पर भितरघात की बात भी सामने आई हैं। प्रमाणित होने पर कुछ नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई भी की गई है। केंद्रीय नेतृत्व ने भाजपा और कांग्रेस के बीच मत प्रतिशत में आठ प्रतिशत से अधिक का अंतर आने पर चिंता जताते हुए इसके कारणों का गहराई से अध्ययन करने के लिए कहा। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं दिल्ली बैठक में प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के विषय को लेकर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई। हालांकि, संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक कसावट लाने के संकेत अवश्य दिए गए। केंद्रीय नेतृत्व ने पूछा कि जब सभी स्थितियां अनुकूल नजर आ रही थीं तो ऐसे परिणाम क्यों आए। इस पर प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने बताया कि हमने चुनाव परिणाम की समीक्षा के लिए सभी उम्मीदवारों के साथ बैठक की है। सभी से 10 दिन में हार-जीत के कारणों के साथ संगठन की समीक्षा कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।आदिवासी क्षेत्रों में हमारा प्रदर्शन ठीक रहा है। विंध्य अंचल में फिर नुकसान हुआ है। लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जा रहा है। संगठन को लेकर उम्मीदवार, पर्यवेक्षक, जिला प्रभारी और संगठन मंत्रियों की रिपोर्ट के आधार पर इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रदेश के नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की स्थिति समय से स्पष्ट होनी चाहिए, साथ ही प्रत्याशी की घोषणा भी पहले करने का सुझाव दिया गया। नेता प्रतिपक्ष का चयन करने को पर्यवेक्षक भेजने का अनुरोध बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि जनता का मन जीतने में कमी रह गई, इस पर चर्चा हुई।राहुल गांधी को अगले संगठन और विधायक दल के लिए मार्गदर्शन देने के लिए अधिकृत किया गया। संगठन को आगे बढ़ाने का निर्णय अध्यक्ष पर छोड़ गया है, साथ ही विपक्ष का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक भेजने का अनुरोध किया गया ताकि विधायकों से चर्चा करके निर्णय लिया जा सके।