इंदौर ।   शहर में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट के काम में तेजी आ गई हैं। कारिडोर के अलावा गांधी नगर में 75 एकड़ के डिपो के काम में भी तेजी आ गई है। यहां पर मेट्रो को इंस्पेक्शन यार्ड तक ले जाने के लिए पटरी बिछाने का काम काफी तेजी से चल रहा है। स्लीपर्स पर पटरी बिछाने और जोड़ने का काम काफी तेजी से चल रहा है। अब यहां पर अच्छा खासा ट्रैक नजर आने लगा है। इसी के साथ, इस साल अगस्त सिंतबर में होने वाले ट्रायल रन की संभावना बढ़ गई है।

मेट्रो के ट्रायल रन के लिए अगस्त-सितंबर की समय सीमा तय की गई है, जिसमें 5.9 किलोमीटर के प्रायोरिटी कारिडोर पर तीन कोच की एक ट्रेन चलाई जाएगी। लेकिन इसके लिए डिपो का तैयार होना काफी जरूरी है। अधिकारियों का कहना है कि डिपो का काम भी तेजी से चल रहा है। यहां पर रात को आकर सभी 25 ट्रेन खड़ी होगी। रोजाना चलने के पहले उनका निरीक्षण होगा और उनका रखरखाव भी होगा। गांधी नगर स्टेशन से ट्रेन डिपो में प्रवेश करेगी। यहां पर पटरी बिछाने का काम चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि पटरियों की आपूर्ति छत्तीसगढ़ से जारी है। बेलास्ट पर स्लीपर्स बिछाने का काम काफी तेजी से चल रहा है। अब पटरी बिछाई जा रही है। कोलकाता की एक कंपनी टेक्समोरेल को इसका ठेका मिला है, जो डिपो के अलावा पूरे 31.5 किलोमीटर के हिस्से में पटरी बिछाएगी। गौरतलब है कि इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट 31.5 किलोमीटर का है। अभी पहले चरण के 17.5 किलोमीटर का काम चल रहा है, जबकि दूसरे चरण के पहले पांच किलोमीटर के लिए हाल ही में टेंडर जारी किए गए हैं। यह काम 495 करोड़ रुपये में होगा।