जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को स्वास्थ्य भवन स्थित सभागार में राज्य पर्यवेक्षण बोर्ड-पीसीपीएनडी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बेटी की गर्भ में हत्या सामाजिक बुराई के साथ-साथ एक जघन्य अपराध है। हम सबको मिलकर इसे बंद करवाना है। उन्होंने कहा कि शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग डॉ. पृथ्वी एवं मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग बेटियों की गर्भ में हत्या रोकने के लिए अच्छा कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में सोनोग्राफी सेन्टरों के 2200 निरीक्षण किये गये थे उसकी तुलना में पिछले 4 माह में लगभग 2500 से सोनोग्राफी केन्द्रों का निरीक्षण किया जाना इस बात को प्रमाणित करता है कि चिकित्सा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रहे हैं। पिछले एक महीने में किये गये डिकॉय ऑपरेशनों की टीमों को बधाई देते हुए उन्होंने ऎसे डिकॉय ऑपरेशन आगे भी जारी रखने के निर्देश दिए।

चिकित्सा मंत्री ने मुखबिर योजना की जानकारी ग्रास रूट लेवल तक पहुंचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए।

राज्य के ऎसे सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों जिनमें सोनोग्राफी सेन्टर है वहां सोनोलॉजिस्ट उपलब्ध करवाने के मुद्दे पर भी बैठक में सार्थक चर्चा हुई। इसके साथ ही सोनोलॉजिस्टों का ज्यादा से ज्यादा सदुपयोग सुनिश्चित करने के लिए उनकी सेवाओं मेंं वृद्धि हेतु भारत सरकार को पत्र लिखे जाने का निर्णय भी बैठक में लिया गया।

शासन सचिव डॉ. पृथ्वी ने कहा कि निरीक्षण से सोनोग्राफी सेन्टरों की कार्यकुशलता में वृद्धि होती है और संचालकों में यह भय भी रहता है कि यदि भू्रण लिंग परीक्षण किया तो कानूनी कार्यवाही होगी।

इस दौरान बामनवास विधायक श्रीमती इंदिरा मीणा, जायल विधायक श्रीमती मंजू देवी सहित बोर्ड के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।