राजस्थान में एक बार फिर क्राइम की घटनाएं पैर पसारने लगी है। मंगलवार देर रात को दौसा के मेहंदीपुर बालाजी इलाके में हिस्ट्रीशीटर निरंजन मीणा उर्फ घुंडा की हत्या हो गई। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। बताया जा रहा है कि हत्याकांड में सीताराम मीणा और यादराम बैरवा उर्फ रंगा का नाम सामने आया है। मामला दौसा जिले के मेहंदीपुर थाना इलाके का है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार रात करीब साढ़े 10 बजे मीन भगवान मंदिर के पास से गुजर रहे किसी श्रद्धालु ने पुलिस को बताया कि एक युवक नशे की हालत में रोड किनारे पड़ा हुआ है। सूचना के कुछ देर बाद ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां गंभीर घायल निरंजन को सिकराय अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन हालत ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। इलाज के दौरान निरंजन मीणा ने दम तोड़ दिया।

हत्या से पहले सामने आया वीडियो

वहीं, घटना से करीब छह घंटे पहले हिस्ट्रीशीटर द्वारा बनाया एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें हिस्ट्रीशीटर निरंजन मीणा सोशल मीडिया पर लाइव आकर सीताराम नामक एक युवक को गाली देता हुआ नजर आ रहा है। जिसमें वो बांदीकुई से बालाजी के लिए चलने वाली गाड़ियों से वसूली करने के बारे में कहते हुए सीताराम को गाली दी। साथ ही वीडियो में एक पिस्टल और देशी कट्टे को लहराते हुए सीताराम को जान से मारने की धमकी दी है। वहीं, वीडियो के आखिरी में हिस्ट्रीशीटर कह रहा है कि या तो मेरे व्हाट्सएप पर मुझसे माफ़ी मांग ले वरना तुझे या तेरे बाप में गोली दूंगा। इस दौरान उसके साथ एक युवक भी नजर आ रहा है। जो कार चला रहा है। लेकिन उसके 4 घंटे बाद ही हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गई, जो कई सवाल खड़े कर रही है। वहीं, हिस्ट्रीशीटर की मौत होने के बाद मेहंदीपुर बालाजी पुलिस अलर्ट हो गई है। ऐसे में पुलिस ने मृतक के शव को जिला अस्पताल में रखवाया है। 

हिस्ट्रीशीटर हत्या कांड़ में सीताराम मीणा और यादराम बैरवा उर्फ रंगा का नाम सामने आया

थाना प्रभारी अजीत बड़सरा में बताया कि, बालाजी थाने के हिस्ट्रीशीटर निरंजन मीना की रात में कुछ लोगों द्वारा हत्या की गई है। हिस्ट्रीशीटर की हत्या के मामले में बालाजी थाने के पास ही रहने वाले सीताराम मीणा और यादराम बैरवा उर्फ रंगा निवासी टोडाभीम का नाम सामने आया है। जिसकी तलाश में मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस दबिश दे रही है। वहीं, मानपुर पुलिस उपाधीक्षक दीपक ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पहुंचे और मेहंदीपुर बालाजी में ही कैंप किए हुए है।