आयोडिन नमक : शरीर में थायराइड हार्मोन के उत्पादन के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती है। आयोडिन की कमी से हाइपोथायराइडिज्म हो जाता है। आपका शरीर स्वाभाविक रूप से आयोडीन का उत्पादन नहीं कर सकता है तो आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनमें आयोडीन की अच्छी मात्रा हो।

अंडे : अंडे का सेवन थायराइड में जरूर करना चाहिए क्योंकि ये प्रोटीन के साथ ही आयोडिन का भी अच्छा स्त्रोत होता है। न सिर्फ हाइपोथायराइडिज्म में बल्कि हाइपरथायराइडिज्म वालों को भी इसे खासतौर से खाना चाहिए। थायराइड का तो उपचार होगा ही साथ ही ये इस हॉर्मोन के उतार-चढ़ाव के कारण होने वाली थकान को दूर कर बॉडी को एनर्जेटिक रखता है।

अलसी के बीज : ओमेगा-3 फैटी एसिड, सेलेनियम, जिंक और आयोडीन से भरपूर होते हैं अलसी के बीज। जो हाइपोथायराइडिज्म में तो आराम दिलाते ही हैं साथ ही और भी कई बीमारियों को दूर रखते हैं। आप चाहें तो इसे ऐसे ही खा सकते हैं या फिर इसे स्मूदी, जूस, सलाद वगैरह में भी डालकर खा सकते हैं।

सब्जियां : खासतौर से फाइबर से भरपूर सब्जियों का सेवन हाइपोथायराइडिज्म में करना चाहिए। गाजर, ब्रोकली, चुकंदर, मशरूम जैसी सब्जियां खाने से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को मेंटेन रखने में मदद मिलती है। साथ ही ये पाचन को भी दुरुस्त रखते हैं।

अखरोट : सेलेनियम की अच्छी-खासी मात्रा इस मेवे में मौजूद होती है जो थायरॉइड हॉर्मोन को बेहतर बनाने का काम करता है। बस यहां इस बात का ध्यान रखना है कि थायराइड की दवा लेने से पहले इसे न खाएं वरना ये उस तरह से असर नहीं करेगा।